संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

चुटका परमाणु परियोजना के विरोध में चेतावनी सभा

12 दिसम्बर 2017; मध्य प्रदेश के मंडला जिले के चुटका गाँव में प्रस्तावित परमाणु पॉवर प्लांट के विरोध में निषाद मंगल भवन, स्टेडियम के सामने, मंडला में चेतावनी सभा का आयोजन किया गया। सभा में मेधा पाटकर, एडवोकेट आराधना भार्गव, प्रफुल समन्तरे, राजकुमार सिन्हा ने अपनी बाते रखी, ये लड़ाई, ये विरोध किसी के खिलाफ नहीं बल्कि अपनी प्रकृतिक जमीन को बचाने के लिए है उसकी रक्षा के लिए है, ये विस्थापन दंश को रोकने की लड़ाई है, ये विकास के नाम पर हुए समाज के विनाश का विरोध है, 70 दशकों में देश के अंदर परियोजनाओं में ली गई सबसे ज्याद जमीन आदिवासियों की गई है आज नारायणगंज के चुटका के लोगों पारी है, अगली क्या पता हमारी या आपकी हो। आज उन्हें समाज और समाज के लोगों के मदद की जरूरत है,मिलके लगेंडे तो जीतेंगे और सुरक्षित भी रहेंगे।

इतिहास गवाह है कि आदिवासियों के संघर्ष का इतिहास अपने जल-जंगल-जमीन को बचाने के लिए रहा है, 100% में से महज 3% जमीन ही हमारे पास बची है संघर्ष खत्म तो जमीन खत्म, हमारी पहचान खत्म, हम खत्म । इस संघर्ष में शामिल होकर अपनी आने वाली पीढ़ी को अपनी पहचान बचाये रखने की और अपने आप को जिंदा रखने के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दें, अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाए.

हम सब इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पंहुचे और लोगो को भी प्रेरित करें,, अभी नही तो कभी नहीं
संघर्ष के बिना विरोध सम्भव नहीं,
विरोध के बिना सही व मजबूत लोकतंत्र सम्भव नहीं,
गलत का विरोध करें लोकतंत्र बचाएं, और अपनी जमीन भी,
हम बदलेंगे युग बदलेगा सब बदलेगा
“मंजिल तो मिल ही जाएगी भटकते ही सही।
गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं।”

जय धरती दाई। जय समाज। जय संविधान। जय युवाशक्ति।
इंजी. भूपेंद्र वरकड़े
उपाध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष
जनपद पंचायत नारायणगंज
गढ़ा
मण्डला

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