संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

कॉर्पोरेट खेती की ओर बढ़ता भारत : न रहेगा किसान न किसानी का संकट

शायद भारत अब किसानोंका देश नहीं कहलायेगा। यहां खेती तो की जायेगी लेकिन किसानों के द्वारा नही, खेती करने वाले कार्पोरेट्स होंगे, कार्पोरेट किसान। पारिवारिक खेती की जगह कार्पोरेट खेती। आज के अन्नदाता किसानों की हैसियत उन बंधुआ मजदूरों या गुलामों की होगी, जो अपनी भूख मिटाने के लिये कार्पोरेट्स के आदेश पर काम करेंगे। उनके लिये किसानों की समस्याओं का…
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मध्य प्रदेश : बंजर जमीन को पानी पहुँचाने वाला गुलाब सागर बाँध भ्रष्ट अधिकारियों को…

गुलाब सागर परियोजना को आदि से अंत तक लुटेरों ने लूटा टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने…

मोदी के वाराणसी में पुल टूटा, गंगा गंदी किंतु विकास होगा किसानों से जबरन जमीन…

23 जुलाई, 2018 | वाराणसी, उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रस्तावित 44 किलोमीटर लंबे…

महिलाएं ही नर्मदा आंदोलन की धुरी : नर्मदा महिला सम्मेलन

सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावित डूब प्रभावित गांवों की महिलाओं द्वारा एकत्रित होकर बड़वानी स्थित अर्जुन कारंज भवन में महिला संगठन द्वारा 22 जुलाई 2018 नये स्वरूप में कार्य करने का निर्णय लिया है। सम्मेलन में कमला यादव ने कहां कि आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी के बिना आंदोलन अधुरा है। हमारे आंदोलन में चाहे कानूनी लड़ाई हो या मैदानी लडाई में…
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महाराष्ट्र : नर्मदा यात्रा में उमड़ा आदिवासी महिलाओं तथा बच्चों का हुजूम

 21 जुलाई 2018 के रोज गोपालपुर से निकली संघर्ष, नवनिर्माण संवाद यात्रा गोपालपुर से निकलकर महाराष्ट्र के नन्दूरबार…

जयपुर की महापंचायत से हुआ एलान : दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी विरोधी भाजपा को हराना…

दलित, आदिवासी, अल्पसंखयक दमन प्रतिरोध आन्दोलन २२ जुलाई जयपुर में हुई सफल महापंचायत नेतृत्व रहा श्री प्रकाश…

पिछले 32 सालों से नर्मदा बचाओ आंदोलन की अलख को जगाए हुए हैं देवराम कनेरा

मध्य प्रदेश के धार जिले में कुक्षी तहसील के खापरखेड़ा ग्राम के निवासी देवराम कनेरा पिछले 32 सालों से नर्मदा आंदोलन में जी जान से लगे हुए हैं। देवराम कनेरा को, जिन्हें लोग प्यार से दादा कहते हैं, आज भी पुनर्वास नहीं मिला है किंतु फिर भी वह पूरी शिद्दत के साथ संघर्ष में लगे हुए हैं। नौजवानों के प्रेरणा स्रोत दादा देवराम कनेरा की कहानी सुना रहे हैं…
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बांध बनाया, गांव डुबोया : पानी कंपनियों के हिस्से और 35000 विस्थापित आज भी बेघर

मध्य प्रदेश के सरदार सरोवर बांध से करीबन 35000 प्रभावित परिवार आज भी डूब क्षेत्र में बसे हुए है| इनके अलावा…

छह साल से इंसाफ के लिए संघर्ष कर रहे मारूती मजदूरों ने छठी बरसी पर निकाली विशाल जनरैली

18 जुलाई 2018 को मारूति सुजुकी कांड की छठी बरसी मनाई गई। छठी बरसी के मौके पर मारुति सुजुकी मजदूर संघ के बैनर तले गुरुग्राम,धारूहेड़ा, बावल, नीमराणा तक की सभी यूनियनों व मजदूरों ने हिस्सा लिया। कर्मचारियों ने राजीव चौक से लघु सचिवालय तक हजारों की संख्या में जुलूस निकालते हुए अतिरिक्त जिला उपायुक्त आर के सिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।…
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