संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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खूंटी

पत्थरगढ़ी को निशाना बनाने के लिए हथियार बनाया गया पांच महिलाओं के बलात्कार का मामला : खूंटी से एक ज़मीनी रिपोर्ट

झारखण्ड के खूंटी ज़िले के कोचांग गांव में पिछले दिनों मानव तस्करी के ख़िलाफ़ नुक्कड़ नाटक करने गईं पांच युवतियों को अगवाकर गैंगरेप ​किया गया। यौन हिंसा व दमन के खिलाफ महिलाएँ (WSS) के एक स्वतंत्र जाँच दल ने 28 से 30 जून 2018 तक घटना स्थल का दौरा किया। दल में रिनचिन, राधिका तथा पूजा शामिल थी। जाँच दल का मानना है कि इस पूरे मामले में पीड़ित महिलाओं का…
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‘पत्थलगड़ी’ को लेकर झारखंड में आखिर राजनीती क्यों ?

पत्थलगड़ी उन पत्थर स्मारकों को कहा जाता है जिसकी शुरुआत इंसानी समाज ने हजारों साल पहले की थी। यह एक पाषाणकालीन…

हूल दिवस : आजादी की पहली लड़ाई थी हूल क्रांति, आज भी संताल हूल की चिंगारी मौजूद है…

संताल हुल को समझने के लिए जरुरी है की हम हुल के अर्थ को समझे । “हुल” संताली आदिवासी शब्द है जिसका अर्थ होता है…

पत्थलगड़ी : खूंटी में हुई पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ अल्बर्ट एक्का चौक पर आदिवासियों की दस्तक

रांची 28 जून 2018. संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन एवं आदिवासी मानवाधिकार संगठन के बैनर तले गुरुवार शाम को रांची में आक्रोश मार्च निकाला गया. संगठन के लोगों के मुताबिक, यह आक्रोश मार्च खूंटी में आदिवासियों पर हुए लाठीचार्ज, मानवाधिकार के उल्लंघन और पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ निकाला गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में आदिवासियों ने शहर के…
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एक तीर से दो निशाने : पत्थरगड़ी की कहानी खत्म और आदिवासियों की सैकड़ों एकड़ जमीन…

झारखंड के मुंडा दिसुम में पांच महिलाओं के साथ हुए गैंगरेप, तीन पुलिसकर्मियों का अगवा और एक निर्दोंष आदिवासी की…