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राज्यवार रिपोर्टें
हरियाणा : बेलसोनिका यूनियन की छंटनी के खिलाफ सामूहिक भूख हड़ताल, आंदोलन तेज करने कान
हरियाणा के गुरुग्राम में दिनांक 26 मार्च 2023 को बेलसोनिका यूनियन ने आठ घंटे की सामूहिक भूख हड़ताल की। मजदूर विरोधी लेबर कोड रद्द करने, ठेका प्रथा खत्म करने, खुली-छुपी छंटनी बंद करने, तीन बर्खास्त मजदूरों को काम पर वापस लेने, तीन निलंबित यूनियन प्रतिनिधियों को तत्काल काम पर वापस लेने, तथा बाउंसरों और असामाजिक तत्वों को फैक्ट्री परिसर से बाहर करने…
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हरियाणा : बेलसोनिका प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ बेलसोनिका मजदूर यूनियन का संघर्ष…
हरियाणा, गुड़गांव स्थित बेलसोनिका ऑटो कंपनी लगभग पिछले दो सालों से कंपनी के अंदर फर्जी दस्तावेजों के नाम पर स्थाई…
गांव तक पहुंचा, कचरे का कहर
कहा जाता है कि शहरी लोग कचरे का सर्वाधिक विसर्जन करते हैं, लेकिन अब यह व्याधि गांवों तक भी पहुंच गई है। प्रस्तुत…
निर्यात हेतु ‘जीएम’ बासमती नहीं, देशवासियों के लिए ‘जीएम’ सरसों क्यों?
खेती में अनेक सरकारी हस्तक्षेपों की तरह ‘जीन-संवर्धित’ बीजों को लाने के पीछे भी उत्पादन बढ़ाने का बहाना किया जा रहा है, लेकिन क्या बिना जांच-पड़ताल के किसी अज्ञात कुल-शील बीज को खेतों में पहुंचाना ठीक होगा? सरसों और धान में हाल में यही किया जा रहा है। प्रस्तुत है, ‘जीएम’ बीजों को लाने की जिद को उजागर करता राजेंद्र चौधरी का यह लेख;
अक्तूबर 2022…
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बांध तो नहीं रुका, लेकिन क्या आंदोलन भी असफल रहा?
करीब चार दशकों के लंबे अनुभव में ‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ को अपनी सफलता-असफलता के सवालों का सामना करते रहना पड़ा है। एक…
मध्य प्रदेश : ‘पेसा कानून’ के बरक्स बसनिया बांध
आज के विकास की मारामार में सरकारें और कंपनियां उन कानूनों तक को अनदेखा कर रही हैं जिन्हें बाकायदा संसद में पारित…
जोशीमठ त्रासदी : अगली पीढ़ी के वृक्ष
अपने रहन-सहन और बसाहट के लिए समाज पर्यावरण में हस्तक्षेप करता है, कई बार इसके नतीजे दुखद भी होते हैं, लेकिन आमतौर पर वही समाज इसे दुरुस्त भी कर लेता है। प्रस्तुत है, करीब पांच दशक पहले जोशीमठ में ही घटी त्रासदी पर ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ समूह की तत्कालीन साप्ताहिक समाचार-पत्रिका ‘दिनमान’ (27 जून – 3 जुलाई 1976) में छपा अनुपम मिश्र का यह आलेख, संपादित कर…
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पेसा कानून : 26 वर्षों से क्रियान्वयन का इंतजार करता आदिवासी स्व-शासन का कानून
-डॉ सुनीलम
24 दिसंबर 2022 को पेसा कानून लागू हुए 26 वर्ष पूरे हो जाएंगे। भारत की संसद में 15 दिसंबर 1996 को पंचायत…
भोपाल गैस त्रासदी – जख्म अभी भरे नहीं हैं !
‘भोपाल गैस त्रासदी’ के 38 वें साल में, उसके प्रति सरकारों, सेठों और समाज की बेशर्म अनदेखी के अलावा हमें और क्या…
उत्तर प्रदेश : हवाई पट्टी विस्तारिकरण के नाम पर जमीन छिनने के खिलाफ उतरा संयुक्त किसान मोर्चा
आजमगढ़। संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में विविध संगठनों (किसान संग्राम समिति, रिहाई मंच,अखिल भारतीय किसान महा सभा, जनमुक्ति मोर्चा, संयुक्त किसान-मजदूर संघ,जय किसान आंदोलन) के साथियों ने मंदुरी हवाई पट्टी को अंतर्राष्ट्रिय हवाई अड्डे के रुप में विस्तारिकरण के नाम पर गांवों की जमीन छिनने के खिलाफ जारी क्रमिक धरने में शामिल होकर समर्थन दिया।…
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