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बांध विरोधी आंदोलन
डॉ. सुनीलम जेल में: फसल कटाई की मोहलत नहीं, धारा 144 और गाँव खाली करने का आदेश
देश के नागरिकों से अपील मध्य प्रदेश के छिंदवाडा जिले में प्रस्तावित अडानी-पेंच पवार प्लांट परियोजना और पेंच व्यपवर्तन परियोजना के खिलाफ किसान संघर्ष समिति के नेतृत्व में स्थानीय किसान पिछले कई सालों से संघर्षरत है. किसानों की जमीन को जबरन अधिगृहीत किया जा रहा है, डॉ. सुनीलम शुरू से ही इन परियोजनाओं का विरोध कर रहे थे. उनपर जिस मुकदमे में उम्रकैद…
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हरदा जल सत्याग्रह : जितनी मजबूत, उतनी कमजोर सत्ता
जल सत्याग्रह से लोट कर जानेमाने गाँधीवादी सामाजिक कायकर्ता हिमांशु कुमार की टिप्पणी
अभी अभी…
जल सत्याग्रह का 17वां दिन: जल सत्याग्रहियों की जिंदगी दांव पर!!11!!
जल सत्याग्रह आंदोलन के समर्थन में आसपास के 250 गांवों के करीब 5000 लोग घोघल गांव में ही जम गए…
जल सत्याग्रह 13 वें दिन भी जारी, देश भर से समर्थन!!
जल सत्याग्रह का यह अनोखा आंदोलन अब काफी जोर पकड़ता जा रहा है और इनके समर्थन में आसपास के 250 गांवों के करीब 5000 लोग घोघल गांव में ही जम गए हैं. कुल 51 पुरुष और महिलाएं जल सत्याग्रह कर रहे हैं और बाकी लोग उनका हौसला बढ़ा रहे हैं. बांध का भराव बढ़ने से डूब में आये हजारों परिवार 29 अगस्त से जल समाधी लिए निरंतर पानी में खड़े हैं ..उनका शरीर गलने लगा…
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माही बांध विस्थापितों का अभी तक नहीं हुआ पुनर्वास
माही परियोजना निर्माण (1960) के समय विस्थापित हुए 180 गांवों के लोग आज भी दर-दर की ठोकरें खा रहें हैं। पुनर्वास…
रेणुका बांध में समायेंगे लाखों पेड़
पर्यावरण के प्रति हमारे नेता कितने जागरूक हैं या पर्यावरण के कितने हिमायती हैं ये देखने में आता है रेणुका डेम के…
भाखड़ा बांध विस्थापित आर-पार की जंग को तैयार
भाखड़ा बांध विस्थापितों की सभी कमेटीओं की बैठाकें 9 जून को मलराओं तथा 10 जून कोसरियां व वाला गाँव में संपन हुई. इन बैठकों में सभी भाखड़ा बांध विस्थापित सुधार समिति की 14 इकाईओं के प्रतिनिधिओं ने भाग लिया. बैठकों में भाखड़ा विस्थापितों की मांगों को मनाने के लिय आन्दोलन को तेज करने का आवहन किया गया. बैठकों में हिमालय नीति अभियान के संयोजक गुमान…
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हिमाचल प्रदेश के जनसंघर्ष: न्याय के लिए बढ़ते कदम
हिमाचल प्रदेश का भू-भाग अपनी पहचान एवं इतिहास के लिए एक राज्य के रूप में प्रशासनिक गठन की तारीख का मोहताज नहीं…
कनहर नदी पर बँध रहे बाँध की त्रासदी
सोनभद्र का विकास वनाम विस्थापन
सोनभद्र का इलाका औद्योगिक विकास के लिहाज से प्रदेश में एक बडी हैसियत रखता…
तीन राज्यों के 80 गांवों/बस्तियों को जल समाधि देने एवं कनहर तथा पाँगन नदियों की मौत का ऐलान है कनहर बाँध परियोजना
उत्तर प्रदेश सरकार का यह विकास का मन्दिर नहीं स्वीकार लोगों को.
‘‘धरती मैया की जय’’ के नारे के साथ कनहर बचाओ आंदोलन ने फिर कसी कमर।
गाँवों में बैठकें, रणनीति का फैसला, संकल्प सभा, हजारों ने की पदयात्रा, जिला मुख्यालय तक पदयात्रा करने पर रोक, तहसील का किया घेराव और न्यायालय जाने की तैयारी।
अपने जन्मदिन 15 जनवरी 2011 को उ. प्र. की मुख्यमंत्री…
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