संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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बांध विरोधी आंदोलन

उत्तराखण्ड : बांधों से बेहाल हिमालय

साठ के दशक में ‘नए भारत के तीर्थ’ माने गए बड़े बांध आजकल किस तरह की त्रासदी रच रहे हैं, इसे देखना-समझना हो तो केवल उत्तराखंड की यात्रा काफी होगी। गंगा और उसकी अनेक सहायक नदियों पर जल-विद्युत, सिंचाई और बाढ़-नियंत्रण की खातिर ताने जा रहे असंख्य बड़े बांधों ने हिमालय का जीना मुहाल कर दिया है। प्रस्तुत है, इसी की पड़ताल करता प्रमोद भार्गव का यह लेख;…
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मध्य प्रदेश : बार-बार विस्थापन से मानसिक, भावनात्मक व शारीरिक रूप से टूट रहे…

"जल, जंगल, जमीन ही हमारी सम्पत्ति है। सरकार हमें विस्थापित कर हमारी संस्कृति को ही खत्म कर देना चाहती है। यह तो…

मेघालय : उमंगोट नदी पर प्रस्तावित बांध के विरोध में ग्रामीण एकजूट; पिछले दो माह…

मेघालय ऊर्जा निगम लिमिटेड (MeECL) की ओर से उमंगोट नदी पर बांध बनाने के लिए 210 मेगावाट बिजली उत्पन्न करने के लिए…

मध्य प्रदेश : बसनिया बांध के विरोध में ग्रामीण एकजूट; 18 अप्रेल को जनसभा का ऐलान

11 अप्रेल 2021 को पटेल सुख लाल आर्मो ग्राम ओढारी, विकास खंड मोहगांव, जिला मंडला के अध्यक्षता में बैठक आयोजित किया गया। ओढारी के लोगो ने कहा कि नर्मदा नदी पर प्रस्तावित बसनिया बांध का सर्वे गुप चुप तरीके से किया जा रहा है परन्तु हमलोगो को कोई जानकारी नहीं दिया जा रहा है। गांव के लोगो ने कहा कि ओढारी में बनने वाली बसनिया बांध के सबंध में
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उत्तराखण्ड : संगीनों के साए में जखोल साकरी बांध परियोजना की जनसुनवाई

उत्तरकाशी 28 नवम्बर 2018। उत्तराखंड के छोटे से मोरी ब्लॉक में आज बैरिकेडिंग थी और बड़ी मात्रा में पुलिस थी। नजारा ऐसा था कि कोई बड़ा आतंकवादी हमला होने वाला है। उत्तरकाशी जिले के इस छोटे से ब्लॉक में सुपिन नदी पर, गोविंद पशु विहार में बनने वाली जखोल साकरी बांध परियोजना ( 44 मेगावाट) की पुनर्वास संबंधी जनसुनवाई थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार मात्र 5…
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