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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
18 राज्यों के हजारों आदिवासियों ने मांगा अपना वनाधिकार
आदिवासियों को अपने ही घर, जल, जमीन, जंगल से बेदखल किए जाने के खिलाफ देश के 18 राज्यों से आए हजारों आदिवासियों ने 15 दिसंबर 2011 को जन वनाधिकार रैली निकाली। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। आंदोलनकारियों ने वनवासियों व आदिवासियों के अधिकार देने वाले कानून को तुरंत लागू करने की मांग की। यह कानून 15 दिसंबर 2006 को संसद में पारित हुआ था।
देश…
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मजदूरों-किसानों की साझी पहल : सरकार ने घुटने टेके
भूमि अधिग्रहण का जबर्दस्त विरोध।
किसानों, ग्रामीण मजदूरों को मुफ्त बिजली के वायदे से मुकरी सरकार।
रोड, रेल…
कचरा आधारित प्रस्तावित बिजली घर का पुरजोर विरोध
जनसुनवाई में भड़के किसान
30 सितम्बर, 2011 को जमशेर गांव, जालंधर (पंजाब) में कचरा आधारित बिजली घर की पर्यावरण…
भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों का विशाल धरना, 490 दिन से जारी है धरना
नवलगढ़ की भूमि अधिग्रहण विरोधी संघर्ष समिति की ओर से 7 दिसंबर 2011 को नवलगढ़ में तहसील मुख्यालय पर विशाल धरना आयोजित किया गया। इस धरने से पूर्व संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने टीम बनाकर क्षेत्र में किसान जागरण अभियान चलाया। प्रभावित 18 गांवों का दौरा कर नुक्कड़ सभाएं आयोजित की गईं। इन नुक्कड़ सभाओं में किसानों व क्षेत्र की जनता पर पड़ने वाले…
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नवलगढ़ के 16 गांवों में तीन सीमेंट इकाईयां लगाने संबंधी करार (एम.ओ.यू.) को रद्द…
5-6 नवंबर, 2011 को नवलगढ़ में शहीद भगतसिंह पुस्तकालय के सामने भूमि अधिग्रहण, विस्थापन व राजकीय दमन के खिलाफ…
कछुआ सेंचुरी विरोधी संघर्ष
पुलिस व किसानों में छापामार संघर्ष: लाठी चार्ज, हवाई फायरिंग के जवाब में पथरावपूर्वी उ.प्र. में गंगा…
करछना पावर प्लांट के विरोध में भूमि रक्षा हेतु संघर्ष: जोर आजमाइश जारी
पुलिस का फ्लैग मार्च: हवाई फायरिंग और मारपीट से भड़के किसान, अनशनकारियों को पीटा गया, पुलिस ने गांवों में घुसकर किसानों को पीटा।
मिर्जापुर-इलाहाबाद राजमार्ग पर चक्का जाम।
जे.पी. प्लांट के मैनेजर तथा डी.एम. ने दी किसानों को धमकी।
किसानों का आर-पार संघर्ष का ऐलान।
किसानों ने अधिग्रहीत भूमि पर कर डाली जुताई-बुआई।
डी.एम. द्वारा लिखित समझौते को मानने…
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‘गंगा एक्सप्रैस वे’ एवं ‘भूमि अधिग्रहण’ के खिलाफ 30 अक्टूबर से 16 नवम्बर तक ‘किसान…
उ. प्र. के किसानों ने अपनी जीविका, कृषि, भूमि की रक्षा के लिए जारी अपने संघर्ष को तेज करते हुए ‘गंगा एक्सप्रेस…
सजा ली चिता, अब ज़मीन लेंगे या जान देंगे
कटनी के विजय राघवगढ़ एवं बरही तहसीलों के दो गांवों डोकरिया और बुजबुजा के किसानों की दो फसली खेतिहर ज़मीनें वेलस्पन…
पोस्को परियोजना रद्द करो! भारत को आज़ाद करो !
प्रिय साथियों
हम उड़ीसा से आया यह भारतीय नागरिकों के नाम अपील पत्र हिन्दी में अनूदित कर आप तक पहुँचा रहे हैं। इसमें वहाँ चल रहे आँदोलन के साथियों ने सरकारी झूठ से सचेत रहने और स्थानीय लोगों की जीविका, सुरक्षा और पर्यावरण के मद्देनजर इस आंदोलन को व्यापक समर्थन देने की गुहार की है।
आपसे अनुरोध है कि इस चिट्ठी को आगे बढ़ाएँ और…
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