संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
.

राज्यवार रिपोर्टें

झारखंडी जनांदोलन दशा और दिशा : एक साझा विमर्श

झारखंडी जनांदोलन दशा और दिशा : एक साझा विमर्श 25 नवंबर 2012 सुबह 11 बजे से सायं 4 बजे तक एटीआई सभागार, रांची, झारखण्ड जोहार साथियो, जमीन अधिग्रहण और प्राकृतिक संसाधनों की लूट के सवाल पर झारखण्डी जनता का संघर्ष लगातार तीव्र से तीव्रतर होता जा रहा है. लेकिन ऐसे तमाम जनसंघर्षों की एक बुनियादी कमजोरी यह है कि ये सभी एकांतिक और निहायत…
और पढ़े...

अन्याय की बुनियाद पर न्याय मांगते झारखण्ड के आदिवासी

विस्थापन विरोधी एकता मंच और अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के बैनर तले पूर्वी सिंहभूम के पोटका से रांची तक, 2 नवम्बर…

परमाणु सुरक्षा के मसले पर लीपापोती बंद करे सरकार

मनावाधिकार संगठन पीपुल्स युनियन ऑफ सिविल लिबर्टीज़ (पीयूसीएल) और परमाणु निरस्त्रीकरण एवं शांति गठबंधन (सी.एन.डी.पी.) ने रावतभाटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (International Atomic Energy Agency - IAEA) के विशेष दल द्वारा की जा रही सुरक्षा जांच के संदर्भ में आज जयपुर में साझा प्रेस वार्ता आयोजित की. प्रसिद्द लेखक…
और पढ़े...

दयामनी बारला का अंतहीन संघर्ष: सरकार गरीबों से डरती है, कोर्ट को आगे करती है

आज रांची के सेशन कोर्ट में आदिवासी नेता दयामनी बारला के मामले पर चली सुनवाई में फैसला टाल दिया गया है और केस की…

झारखण्ड: जनद्रोही क़ानूनों और राज्य दमन के ख़िलाफ़ आंदोलन तेज होगा

गुजरी 16 अक्टूबर से एक के बाद एक फर्जी केस लगाकर दयामनी बारला को झारखंड पुलिस न केवल जेल में रखे हुए है बल्कि रिमांड के नाम पर उत्पीडन भी कर रही है. आज उन्हें नगड़ी के मामले में कोर्ट में पेश किया गया था. इस मोके पर उन्होंने कहा की “अपने पूर्वजों की भूमि का एक इंच भी नहीं देंगे। सरकार-कोर्पोरेट को उनके पुरखों की भूमि छीनने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’’…
और पढ़े...

जेल से दयामनी बारला की चिठ्ठी

आप सबों को जोहार, मैंने झारखंड की धरती को कभी धोखा नहीं दिया. झारखंड की जनता के सवालों से कभी समझौता नहीं किया. कोयल नदी, कारो नदी और छाता नदी का बहता पानी इसका साक्षी है. इस धरती के मिट्टी-बालू में अंगुलियों से लिखना सीखा. कारो नदी के तट में बकरी चराते-नदी के पानी में डुबकी लगा कर नहाते तैरना सीखा. आकाश के ओस के बूंदों से नहाये घास-फूस और…
और पढ़े...