संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

उत्तर प्रदेश : बांदा में बालू खनन माफिया के खिलाफ किसानों का जल सत्‍याग्रह

-रणविजय सिंह उत्‍तर प्रदेश के बांदा जिले में केन नदी के किनारे खप्‍ट‍िहाकलां गांव स्‍थ‍ित है। इस गांव की रहने वाली सुमन सिंह इन दिनों बालू माफिया से काफी परेशान हैं। दरअसल, बालू खनन करने वाली कंपनी और माफिया मिलकर उनके गांव की जमीन पर अवैध खनन कर रहे हैं और शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देते हैं। इन्‍हीं परेशानियों से आजिज आकर 1 जून 2020…
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मध्य प्रदेश : लॉकडाउन में वन कर्मियों ने आदिवासियों के घर जलाए

भोपाल 2 जून 2020। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के सिवाल गांव के आदिवासी निवासियों कहना है कि वन अधिकारियों ने…

मध्य प्रदेश : सरकारी उदासीनता से भूखे मरने पर मजबूर मछुआरे; मत्सय विभाग के आदेश…

भोपाल 2 जून 2020। कोविड-19 महामारी के कारण 24 मार्च की मध्य रात्रि से घोषित लाक डाउन के कारण मध्यप्रदेश के…

सरकारी उपेक्षा के खिलाफ किसानों ने भरी हुंकार : देश भर में 10,000 से ज्यादा जगहों…

सरकारी उपेक्षा के खिलाफ किसानों ने भरी हुंकार मध्य प्रदेश सहित देश के 10,000 से ज्यादा गांवों, टोला, तहसील, ब्लॉक…

मोदी सरकार ने लॉकडाउन की आड़ में दिबांग घाटी में दो लाख सत्तर हजार पेड़ काटने की…

-अविनाश चंचल इस त्रासदी के समय जंगल, नदी और प्रकृति की बात कौन करे? लेकिन हमारी सरकार इसी त्रासदी का फायदा…

मोदी सरकार कॉरपोरेटस हित में पर्यावरण प्रभाव निर्धारण प्रकिया में बदलाव कर रही

सरकार तथा कम्पनियों की क्रूर चाल के विरोध में न्यायपूर्ण एवं लोकतांत्रिक संघर्ष को गोलबंद करने की जरुरत है। यह प्रस्तावित संशोधन इस जनपक्षीय अधिसूचना के लिए अंतिम कील साबित होने वाला है..... राज कुमार सिन्हा का विश्लेषण वर्तमान लाक डाउन में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने एक बार फिर 12 मार्च 2020 को पर्यावरण प्रभाव निर्धारण प्रकिया 2006 में संशोधन…
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