संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

अनिश्चितकालीन धरने का 16 वां दिन : वन विभाग के रेंजर संजय रौतिया की गिरफ्तारी नहीं हुई

7/2/2018 । छत्तीसगढ़ के बौलोदा बाजार जिले के बामनपरा में अनिश्चितकालीन धरने  का आज 16 दिन बीत जाने के बाद भी प्रसासन  के कान में जु तक नही चल रही है बार क्षेत्र के वनवासी के मांगों को अनदेखा कर रही है छत्तीगढ़ के सैकड़ों जनसंगठनो का समर्थन मिलते जा  रही है कल दिनांक 6तारिक को मानव अधिकार संगठन से रायगढ़ रायपुर बिलासपुर के साथियो ने आ कर समर्थन दिया साथ ही 2012 में जो विस्थापित किया गया गांव श्रीरामपुर जाकर लोगो के साथ बैठक किया जहा पर लोगो का कहना है कि आज  भी हम मूलभूत सुविधाओ से वंचित है गांव के 75 प्रतिशत पलायन कर चुके है पीने का पानी तक का  सुविधा नही है जॉब कार्ड भी बना नही है इस वर्ष बड़ी मुश्किल  से पेंशन देना चालू किया  है श्रीरामपुर  से लोकनाथ चौहान ने कहा कि 2013 में चुनाव होने वाला था  जिसके चलते हमे ओटर कार्ड तुरंत बना कर दे दिया गया इस 6 वर्ष के अंतर गत वन अधीक्षक U S thakur को कई बार आवेदन दिया गया है लेकिन हमारे आवेदन को अनदेखा किया जा रहा है हम रामपुर में खुश थे वाहा हमारे पास जमीन कम थी लेकिन उपजाऊ जमीन थी यह पर जमीन ज्याद है लेकिन बंजर है खेती योग्य नही है शासन ने हम लोगो को गुमराह करके फसाया है यहां पर 135 घर है जिसमे से कई लोगो ने अपना घर बेच कर अपना जीविका पार्जन कर रहे है हमारे पास पुराण पट्टा है हम सब फिर से रामपुर जाकर अपने अपने  खेती बाड़ी में काम करेंगे  और घर  भी बनाएंगे श्रीरामपुर से रामपुर गए  और देखा कि यहा भी मानव अधिकारों का कैसे हनन किया जा रहा है.
रामपुर के दर्द नाक  कहानी है कि परित्यगत विधवा विकलांगों के पेंसन काट दिया गया है जो विस्थापन के पहले मिलता था सुलोचना कोंध उम्र 60 वर्ष विधवा पार्वती कोंध परित्यगत उम्र 55 वर्ष बाल कुमारी कोंध उम्र 20 वर्ष उर्मिला सौर विक्लांग 45 वर्ष सवाल यह है कि हर लड़ाई में महिलाओं को ही सरकार टारगेट बनाती है इन चारों महिला पेन्सन से वंचित है रामपुर  के पूरे घटनाक्रम का मुयना करने के बाद मानव अधिकार संगठन बया धरना स्थल आकर समर्थन दिया और की हाईकोर्ट में याचिका लगाने की बात कही आज दिनक 7 फरवरी को बयां धरना स्थल पर  बार क्षेत्र के वनवासियों  के साथियो ने मुखिया  बैठक रखा गया  जिसका अध्यक्षता बेदराम बरिहा ने किया बैठक के दरमियान बेदराम बरिहा ने कहा कि  अनिश्चितकालीन धरने के 16 दिन है.
लोगो मे आज भी जुनून व जोश है जब तक संजय रौतिया गिरफ्तार नही होगा तब तक वन वासियो का संघर्ष जारी रहेगा हमारे दादा पुरखा ने जंगल को बचाया है और जंगल की सुरक्षा की है आज उसी जंगल से हमे बेदखल करने की साजिश रच रही है अब इस आंदोलन को उग्र किया जाएगा भूख हड़ताल पर बैठेंगे जरूरत पड़ी तो हजारो महिला पुरुष व बच्चों के साथ पैदल चल कर विधान सभा का घेराव करेंगे जन संघर्ष समिति के अध्यक्ष में कहा कि वन विभाग वाले हमारी लड़ाई को गंभीरता से नही ले रहे है.
अब ये लड़ाई को वन विभाग भ्रटाचार के खिलाफ पोल खोलो आंदोलन के रूप में लिया जाएगा जिसमे जंगल माफियाओ का तिनका तिनका पर्दाफास होगा जो हमारे जंगल को बेच कर महलो में रह रहे है हमारे गिट्टी मिट्टी रेती मुरुम पत्थर लकड़ी का काला बाजारी किया जा रहा है प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगो को लूटा जा रहे कैम्पा  फंड के पैसा से वन विभाग वाले कैसे  माले  माला   हो रहे है.
अब यह आंदोलन नया मोड़ ले रही है वह विभाग के भ्रष्टाचार के खिलाफ पोल खोलो आंदोलन के रुप में  उभरेगी इस बैठक में मोहन नेताम भीम पटेल सरपंच सम्पत ठाकुर सूंदर लाल बरिहा  रामचरण यादव पूर्व सरपंच भीखम बरिहा  माधो तिवारी लबनी यादव रूखमणी प्रधान सखा बाई चौहान खेमराज ठाकुर एवंम टंडन वन समिति अध्यक्ष  राधेश्याम ध्रुव सचिव संतोष ध्रुव धरम रात्रे दलित आदिवासी मंच के सयोजिक राजिम तांडी व देवेंद्र सभी साथियो ने अपना विचार रखा
      
            देवेंद्र
  दलित आदिवासी मंच
  

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