संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन

बडकागांव बर्बर गोली कांड : संसाधन लूटने के लिए राज्यसत्ता कर रही है सुनियोजित हिंसा है !

झारखण्ड के हजारीबाग जिले के बडकागांव के आदिवासी अपनी 15,000 एकड़ जमीन बचाने के लिए पिछले 15 दिनों से शांतिपूर्ण कफ़न सत्याग्रह चला रहे थे. 1 अक्टूबर की सुबह के 4 बजे पुलिस ने सत्याग्रह स्थल पर सो रहे लोगों पर बर्बर पुलिस फायरिंग की है जिसमे 4 लोगों की मौके पर ही मोत हो गई थी. कल शाम तक 6 लोगों का पोस्टमार्टम हो चुका था. मरने वालों…
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छत्तीसगढ़ सरकार कभी आदिवासियों की आवाज नहीं सुनती, फिर जनसुनवाई की नौटंकी क्यों ?

छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर क्षेत्र के कांकेर जिले के आदिवासी गाँव रसूली की 220 हेक्टेयर जमीन नवभारत फ्यूज कंपनी को…

हिमाचल सरकार ने ग्राम सभा को कहा उपद्रवी, भूमि अधिग्रहण पर राय मानने से किया इंकार

हिमाचल सरकार ने ग्राम सभा के लोगों को अकुशल, उपद्रवी मानते हुए वन भूमी अधिग्रहण पर उनकी राय मानने से इंकार कर दिया है। इस मुद्दे पर 7 सितम्बर 2016 को हिमालय निति अभियान ने विज्ञप्ति जारी कर सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए प्रदेश में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है; वन अधिकार कानून को हिमाचल प्रदेश सरकार ने सर्वोच्च न्यायलय में…
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सिंगूर फैसले ने दिखाई राह : बस्तर के बाद अब नवलगढ़ से उठी जमीन लौटाने की मांग

पश्चिम बंगाल के सिंगूर में टाटा के लिए हुए भूमि अधिग्रहण के संबंध में 31 अगस्त को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा…

झारखण्ड : जमीन के बदले रोजगार माँगा सरकार और कंपनी ने गोली से भून डाला

-दयामनी बारला झारखण्ड के रामगढ़ जिले के गोला क्षेत्र में इनलैंड पावर लिमिटेड (आइपीएल) ने 2011 में…

सिंगूर से मिली प्रेरणा, बस्तर से उठी आवाज : हमारी भी जमीनें वापस करो

31 अगस्त 2016 को दिए अपने एक ऐतिहासिक फैसले में सर्वोच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल के सिंगूर में टाटा नैनो प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की गई करीब 1000 एकड़ जमीन वापस किसानों को वापस दे देने का आदेश दिया है (देखें लिंकः http://www.sangharshsamvad.org/2016/08/blog-post_85.html)। सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले ने देश भर में जबरन भूमि अधिग्रहण के…
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झारखण्ड : भाजपा सरकार अडाणी को 1700 एकड़ जमीन देने को तैयार, विरोध में स्थानीय…

झारखण्ड की भाजपा सरकार ने गोड्डा जिले के मोतिया गांव में अडाणी के पॉवर प्लांट के लिए 1700 एकड़ जमीन देने की…

टाटा का सिंगूर में भूमि अधिग्रहण रद्द : दस साल बाद मिलेगी किसानों को जमीन

अदालत ने अपने फैसले में कहा कि भूस्वामियों को मिला मुआवजा सरकार को नहीं लौटाया जाएगा, क्योंकि उन्होंने जमीन का दस…

झारखण्ड : विस्थापित आदिवासियों पर पुलिस का कहर दो को गोली मारी, लोगों को जूतों से रौंदा, बंदूक के कुंदे से पीटा और दर्जनों घायल

झारखण्ड के रामगढ़ जिले के गोला थाना क्षेत्र स्थित इनलैंड पावर लिमिटेड (आइपीएल) में विस्थापितों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर 29 अगस्त 2016 की शाम भाजपा सरकार की पुलिस ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी गई. पुलिस की गोली से दो लोगों की मौत हो गयी. हालांकि स्थानीय लोगों के बीच चार लोगों के मारे जाने की चर्चा है. करीब दर्जन भर लोग…
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