संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन

जैतापुर न्यक्लियर पॉवर प्लांट : कथा विकास की या विनाश की ?

महाराष्ट्र के रत्नागिरी शहर से 60 किमी. दूर स्थित जैतापुर गांव में विश्व की सबसे बड़ी परियोजना सन् 2005 में न्यूक्लियर पॉवर पार्क नाम से प्रस्तावित की गई। गांव वालों को पहले समझ ही नहीं आया कि हो क्या रहा है ? कुछ समय बात उन्हें यह बात समझ आई कि यह परियोजना किस तरह का विनाश अपने साथ लेकर आई है। तब से ही इस परियोजाना के खिलाफ जैतापुर के निवासी…
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छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की जान ही नहीं जमीन भी असुरक्षित है

हम लंबे समय से छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के सुरक्षा बलों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न की चर्चा करते आए हैं। फर्जी…

मानवाधिकार तो दूर आदिवासियों को जीने का हक़ भी नहीं दे पा रही छत्तीसगढ़ सरकार

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले एक वर्ष में…

मोदी ने दी राज्यों को भूमि लुटाने की खुली छुट : भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के साथ क्रूर मजाक

मोदी सरकार भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर विफल होने के बाद अब अलग -अलग कानूनी दावपेंच से जमीन हथियाने और उद्योगपतियों को औने पौने दामों पर देने की कोशिश में लगी हुई है। कार्पोरेट के लिए अब भूमि की लूट राज्य अलग-अलग कानूनों से कर रहे। पेश है जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय द्वारा तैयार कुछ तथ्य और उनके जन विरोधी दावपेंच; 1. राज्य सरकारें…
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नवलगढ़ की महिलाओं ने किया मुख्यमंत्री से सवाल : किसके हक में है यह विकास ?

राजस्थान के नवलगढ़ में पिछले 2500 से भी ज्यादा दिनों से बांगड़-बिड़ला सीमेंट प्लांट के विरुद्ध हो रहे अवैध…

जबरन भूमि अधिग्रहण, कार्पोरेट लूट और फासीवाद के खिलाफ निर्णायक जंग का एलान :देश भर…

देश में वैश्विक पूंजी के हमले की वजह से बढ़ते निरंकुश कॉर्पोरेटीकरण तथा महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रत्यक्ष…

गुजरात मॉडल की सच्चाई : आंकड़ों के फर्जीवाड़े और पसंदीदा कार्पोरेटों की लूट का मॉडल

भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले चल रहे तीन दिवसीय जनसंघर्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन 17 जुलाई 2016 को गुजरात मॉडल की वास्तविकता पर चर्चा की गई। जिस गुजरात मॉडल को आज देश में बेचने की कोशिश की जारही है दरसल वह मॉडल आदिवासियों, दलितों और मजदूरों के हको के खून पर खड़ा है । इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गुजरात में जहां एक…
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जनसंघर्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे और अंतिम दिन सुबह 10 बजे से खुला सत्र

भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले अहमदाबाद के गुजरात विद्यापीठ में आयोजित हो रहे जनसंघर्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन…

जल-जंगल-जमीन-जनतंत्र की रक्षा के लिए जनसंघर्षों का राष्ट्रीय सम्मेलन कल, 16 जुलाई 2016, से शुरु

देश की आम जनता के अधिकारों, पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधन व जमीन को बचाने के लिए एक होकर आगे की रणनीति तय करने के लिए भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले गुजरात के अहमदाबाद शहर में जल-जंगल-जमीन-जनतंत्र की रक्षा के लिए जनसंघर्षों का राष्ट्रीय सम्मेलन कल, 16 जुलाई 2016, से शुरु हो रहा है। 16-18 जुलाई 2016 तक चलने वाले इस तीन दिवसीय सम्मेलन में देश के…
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