संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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मध्य प्रदेश

नर्मदा बचाओ आंदोलन : एक जीवंत संघर्ष

नर्मदा बचाओ आंदोलन द्वारा मध्य प्रदेश के बड़़वानी केे नजदीक नर्मदा किनारे स्थित राजघाट गांव में 11 अगस्त से जारी ‘जीवन अधिकार सत्याग्रह‘ को दो हफ्ते से भी अधिक हो गए हैं। इस बीच डूब प्रभावित 244 गांव एवं धरमपुरी नगर के हजारों नागरिकों का सत्याग्रह स्थल पर आने का सिलसिला लगातार जारी है। प्रतिदिन प्रभावित 4-5 गांव के नागरिक सत्याग्रह स्थल पर…
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सरदार सरोवर : राजनैतिक षडयंत्र – काॅपोरेट लूट का प्रतीक !

नर्मदा जीवन अधिकार सत्याग्रह के दौरान राजघाट में संकल्प लिया। राष्ट्र और प्राकृति नर्मदा घाटी के साथ है ना की…

24 अगस्त को राजघाट में भूमि आवास आजीविका अधिकार महासम्मेलन

नर्मदा घाटी के आदिवासी, किसानों ने अब ठानी है, शासकों की साजिश हमने जानी है। बडवानी तहसील के बोरखेडी…

सत्याग्रहीयों ने लिखे गाँववार पत्र- मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम

राजघाट, नर्मदा किनारे, महिला शक्ति नर्मदा बचाने और गाॅव खेत बचाने के लिए पूरी ताकत से जुडती जा रही है। आज ‘‘ जीवन अधिकार सत्याग्रह ‘‘ के 7 वे दिन भी महिलाएॅ गाॅव-गाॅव से निकल कर 24 घण्टें के क्रमिक सत्याग्रह पर बैठ रही है।" बहनों की इज्जत है किसमें- घर गाँव बचाने में" इस नारे के साथ उसकी आवाज बुलंद होती जा रही है। जब कि…
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म. प्र. सरकार की क्रूरता जारी : नर्मदा घाटी से प्रधानमंत्री के नाम खुला पत्र !

म. प्र. सरकार द्वारा क्रूरता से डुबाया जा रहा है अपर बेदा प्रभावितों को पुलिस व् बुलडोज़र से आतंकित कर तोड़े जा…

नर्मदा घाटी से प्रधानमंत्री के नाम खुला पत्र : मन की बात या मनमानी बात ?

माननीय नरेन्द्र मोदी जी, नमस्कार! भारत के प्रधानमंत्री के पद पर बहुत ही विषेष प्रचार-प्रसार एवं अभियान के द्वारा आप विराजमान हुए, तब न केवल आप और आपके भाजपा दल को वोट देने वाले 31 प्रतिषत मतदाता, किन्तु माने तो 80 प्रतिषत से अधिक भारत के नागरिक आपकी मन की बात प्रत्यक्ष में कैसी उतर आएगी, इस पर सोच रहे थे। कई सारी चुनाव-पूर्व आम सभाओं में दूर…
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म. प्र. सरकार की क्रूरता जारी : बिना पुनर्वास डुबोये व तोड़े जा रहे हैं विस्थापितों…

नर्मदा घाटी के अपर बेदा बांध के डूब क्षेत्र में म.प्र.सरकार की क्रूरता और निर्दयता दूसरे दिन भी जारी रही। 6…

विकास का आतंक और विनाशकारी विस्थापन के खिलाफ जीवन अधिकार यात्रा शुरु

बम नही, रोटी चाहिये : विनाश विरोधी दिवस पर नर्मदा विस्थपितो की जीवन अधिकार यात्रा शुरु सरदार सरोवर विस्थपितो…

संसद किसान मार्च 10 अगस्त 2015

जरा सोचिये .......। चालीस सालों में गेहूं सात गुना बढ़ा, लेकिन सोना नब्बे गुना, साबुन अस्सी गुना, नमक चालीस गुना, ट्रेक्टर बारह गुना महंगा हुआ, देश का हर किसान पचास हज़ार रूपये का कर्जदार है, पांच लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों का खून बहाया जा रहा है । ऐसा सरकारों कि किसानी कि नीति को ख़त्म करने के कारण हुआ…
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