संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

जिंदल : नहीं थमा है अंगुल के विस्थापितों पर दमन

25 जनवरी 2012 को अंगुल में प्रभावित तथा विस्थापितों के ऊपर जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड द्वारा हिंसात्मक दमन की घटना को हम जानतें हैं यह घटना तब घटी जब स्थानीय प्रभावित तथा विस्थापित लोग अपनी पीड़ा स्थानीय प्रशासन तथा जे एस पी एल के अधिकारियों को सुनाने पहुचें थें। लबें विरोध प्रदर्शनों, आंदोलन तथा लोगों, स्थानीय प्रशासन और जे एस पी…
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रावातभाटा में फिर विकिरण रिसाव: परमाणु के पागलपन में तबाह होती जिंदगियां

एक महीने के अंदर ही रावतभाटा से दुबारा परमाणु रेडियेशन के लीक होने की खबर आई है. इस बार रिएक्टर नंबर चार में…

पोस्को: बर्बर दमन व छल के बीच जारी है प्रतिरोध

देश के नागरिकों से अपील उड़ीसा के जगतसिंहपुर में दक्षिण कोरिया की कम्पनी पोस्को को ज़मीन ना देने के लिये गाँव वाले सत्याग्रह कर रहे हैं. सरकार ने तीन गाँव की महिलाओं और पुरुषों पर एफआईआर बना दी है. महिलायें बच्चे बूढ़े बिना दवा के हैं. वहाँ से प्रशांत पैकरे का सन्देश आया है कि तुरंत दवाइयां और डाक्टर भेजिए. लोग बहुत बीमार हैं. अस्पताल जाने के लिए गाँव…
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मानेसर के बाद बावल में बवाल: ज़मीन के मुद्दे पर पुलिस और किसानों में ठनी

गोरखपुर में भी सुलग रहे हैं हालात हरियाणा के ही फतेहाबाद जिले में प्रस्तावित गोरखपुर परमाणु पावर प्लांट के खिलाफ चल…

रेवाड़ी में भूमि अधिग्रहण के विरोध में महापंचायत कल

भूमि अधिग्रहण विरोधी संघर्ष समिति ने रेवाड़ी में भूमि अधिग्रहण के विरोध में 22 जुलाई को राष्ट्रीय…

राजस्थान के रावतभाटा परमाणु बिजलीघर में 40 वर्षों से जारी है ठेका मजदूरों का शोषण

23 जून को रावतभाटा रिएक्टर में परमाणु विकिरण के रिसाव की सूचना मिलने पर संघर्ष संवाद की टीम 10 जुलाई को रावतभाटा पहुँची. रेडियेशन के खतरों और परमाणु-ऊर्जा के सवालों की पडताल करते हुए हमें एक नयी सच्चाई जानने को मिली – इस प्लांट में ठेके पर काम कर रहे मजदूरों की अमानवीय दशा. प्लांट के नियमित स्टाफ विकिरण वाली जगहों पर इन ठेका-मजदूरों…
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चुटका परमाणु बिजली संयंत्र विरोधी आंदोलन: संघर्ष की राह अभी लंबी है…

मंडला जिले की हरी-भरी धरती के सुदूर इलाक़े में छोटा सा आदिवासी गांव है- चुटका। तीन साल पहले तक नारायनगंज तहसील…

हरियाणा में किसानों ने परमाणु ऊर्जा को नकारा, फर्जी जनसुनवाई हुई बेनकाब

17 जुलाई को फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गाँव में आयोजित जनसुनवाई शुरू होने के चालीस मिनट के अंदर ही ग्रामीणों के विरोधस्वरूप बंद कर दी गयी और इसमें शामिल अफसर भाग खड़े हुए. यह जनसुनवाई प्रस्तावित गोरखपुर परमाणु परियोजना के पर्यावरणीय प्रभावों के मूल्यांकन पर बहस के लिए रखी गयी थी. पर्यावरणीय जनसुनवाइयों के आयोजन के लिए ज़रूरी हर कानूनी और…
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