संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

वजूद के लिए जूझती कलाकारों की बस्ती : दिल्ली की कठपुतली कॉलोनी पर विस्थापन का संकट

आजादी के बाद जब देश इंसानी इतिहास के सबसे बड़े विस्थापन को देख रहा था उसी समय भाटों के सात डेरे आकर दिल्ली की मौजूदा कठपुतली कॉलोनी में जम गए. इन डेरों को अब यहीं जम जाना था. पानी की जरूरत के लिए एक तालाब भी बनाया गया. धीरे-धीरे देशभर की कला से जुड़ी जातियां यहां आकर बसने लगी। तीन पीढ़ियों से रह रहे इस कठपुतली कॉलिनी पर अचानक फिर…
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छत्तसीगढ़ पुलिस की ताज़ा उपलब्धिः माओवादी होने झूठा इल्जाम लगाकर सात मानवाधिकार…

बस्तर की सुकमा पुलिस ने 26 दिसंबर 2016 की रात आंध्र प्रदेश और तेलगांना के हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे दो…

आदिवासियों की जमीन हड़पने के लिए हुए कानूनों में संशोधन के खिलाफ एकताबद्ध झारखंडी…

23 नवम्बर 2016 को झारखंड में भाजपा सरकार द्वारा सौ साल से ज्यादा पुराने कानून छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट-1908…

ब्रिटिशों ने भी ऐसे ज़मीन नहीं छीनी थी : झारखण्ड में भाजपा सरकार द्वारा कानूनी लूट पर दयामनी बारला

छोटानागपुर भू-स्वामित्व क़ानून, जो अंग्रेजों ने आदिवासियों की ज़मीन सुरक्षित रखने के लिए बनाया था, उसमें संशोधन कर के राज्य की भाजपा सरकार कारपोरेटों और भू-माफियाओं का काम आसान कर रही है. पेश है राज्य की जुझारू समाजकर्मी दयामनी बारला से पटना में हुई बातचीत।
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78 दिनों के बाद अखिल गोगोई जेल से रिहा : असम नागरिक कानूनों में हो रहे संशोधन के…

-बोनोजीत हुसैन असम; 2 अक्टूबर 2016 को गिरफ्तार कृषक मुक्ति संग्राम के नेता अखिल गोगोई को 78 दिनों बाद आज 19 दिसंबर…

पुलिस दमन के विरोध और जंगल जमीन पर हक के लिए नियमगिरि आदिवासियों का प्रदर्शन

उड़ीसा के नियमगिरि, तीज माली पर्वत, खंडवाल माली पर्वत इलाकों में बढ़ते पुलिस दमन और खनन के प्रभाव ने पर्वत पर निवास…

वनाधिकार कानून की 10वीं वर्षगांठ पर दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल जन रैली, 15 दिसंबर 2016 को

भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले वनाधिकार कानून की 10वीं वर्षगांठ पर वनाधिकार रैली संसद की ओर मार्च जंतर-मंतर, नई दिल्ली, 15 दिसम्बर 2016 जिंदाबाद साथियो! वन व अन्य प्राकृतिक संपदा पर वनाश्रित समुदायों के स्वतंत्र एवं पूर्ण अधिकार का विषय वनाधिकार आंदोलन में हमेशा से प्रमुख रहा है। अंग्रेज़ी राज के ज़माने में ही इन संपदाओं पर उपनिवेशिक…
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एक्ट में संसोधन से नहीं शिक्षा, माछ, गाछ और चास से होगा झारखण्ड का विकास

मोदी सरकार का विकास-विकास का नारा दरअसल झारखंडियों की जमीन लूटने की साजिश है जिसे झारखंडी जनता कभी सफल नहीं…

झारखण्ड में सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधनों के विरोध में जन संगठनों का जंतर मंतर पर प्रदर्शन

नई दिल्ली, 10 दिसम्बर 2016; झारखंड में सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधनों के विरोध में सीएनटी/एसपीटी एक्ट बचाओ आंदोलन, दिल्ली चेप्टर के बैनर तले आज जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। मोदी सरकार ने केंद्र में आने के तुरंत बाद से ही अपना कॉर्पोरेट समर्थक चरित्र साफ करना शुरु कर दिया था। देश में देशी-विदेशी कॉर्पोरेट के मुनाफे को बढ़ाने की राह में…
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