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विस्थापन विरोधी आंदोलन
झारखण्ड : आदिवासियों का देशव्यापी उलगुलान का ऐलान !
झारखण्ड के खूंटी जिले में 8 जनवरी 2015 को आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर भारी बारिश और तूफान के बीच भारी संख्या में आदिवासियों ने पांचवी अनुसूचि, सीएनटी एक्ट, एसपीटी एक्ट, पेसा कानून और आदिवासी अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट हुए और सरकार को चेताया कि आदिवासियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रैली में ‘दलित आदिवासी दुनिया’ के…
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पी. साइनाथ, परी और गांव-गिरांव की बातें !
पीपॅल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया (परी) आम लोगों की रोज़मर्रा की जि़ंदगी का एक जीवन्त रोजनामचा है और इसे…
भाटी माईनस विस्थापित मांगेंगे आपना हक़ : 15 दिसम्बर 2014 को जंतर मंतर पर प्रदर्शन
जो ज़मीन सरकारी है वो ज़मीन हमारी है, जल-जंगल और ज़मीन ये हों जनता के अधीन
पिछले 50 साल से जारी शोषण…
कोईलवर : जहरीले कचरे के कारखाने के खिलाफ ग्रामीण जनता एकजुट
गुजारी 16 अक्टूबर 2014 को बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अम्बिका शरण उच्च विद्यालय, जमालपुर में राम्के कंपनी द्वारा प्रस्तावित खतरनाक कचड़ा जलाने वाले कारखाने के पर्यावरणीय प्रभाव पर जन सुनवाई का आयोजन किया गया। ज्ञात रहे कि आरा जिले के कोईलवर क्षेत्र में सोन नदी के किनारे प्रस्तावित कारखाने में बिहार के 18 जिलों के 99 कारखानों के 50 हजार…
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नर्मदा घाटी में हजारों आदिवासियों ने ज़ाहिर किया मालिकाना हक !
भू.अर्जन निरस्त होने से सरदार सरोवर को नए 2013 कानून की चुनौती !
बडवानी (मध्य प्रदेश) नर्मदा घाटी…
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने महान कोल लिमिटेड की पर्यावरण मंजूरी को रद्द किया !
ग्रीनपीस और महान संघर्ष समिति ने मनाया उत्सव, महान को फिर से आवंटति न करने के लिये चेताया
सिंगरौली। 26 सितंबर…
सुप्रीम कोर्ट ने किया महान कोल ब्लॉक का आवंटन रद्द, महान के ग्रामीणों में खुशी की लहर
सुप्रीम कोर्ट ने अवैध रुप से आवंटित 214 कोल ब्लॉक को किया निरस्त
सिंगरौली। 24 सितम्बर 2014। आज कोयला घोटाले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा आए फैसले से सालों के संघर्ष के बाद, महान वन क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली। कोयला घोटाले में फैसला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने महान कोल ब्लॉक सहित 214 कोल ब्लॉक के आवंटन को रद्द कर दिया है। महान वन क्षेत्र में…
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आदिवासी अस्मिता और विकास : राष्ट्रीय सम्मलेन, अक्टूबर 14-15, 2014
मध्य प्रदेश के जबलपुर में आगामी 14-15 अक्टूबर, 2014 को ‘‘आदिवासी अस्मिता और विकास’’ विषय पर दो दिवसीय…
जुड़ती नदियाँ, बिखरता जीवन: केन-बेतवा नदीजोड़ परियोजना और आदिवासी विस्थापन
क्या है केन – बेतवा नदी गठजोड़
देश की तीस चुनिन्दा नदियों को जोड़ने वाली राष्ट्रीय परियोजना में से एक है केन –…
आज के दौर में विकास और सामाजिक न्याय: राष्ट्रीय अधिवेशन – अक्टूबर 31, नवम्बर 1 – 2, 2014
प्रिय साथी
जन आन्दोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (NAPM) का दसवां राष्ट्रीय अधिवेशन "आज के दौर में विकास और सामाजिक न्याय विषय" पर पुणे में तीन -दिवसीय राष्ट्रीय सम्मलेन का आह्वान आगामी 31 अक्टूबर और 1-2 नवम्बर 2014 को किया गया है, जिसका निमंत्रण आपसे साझा किया जा रहा है.
आपसे अनुरोध है कि इस सम्मलेन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और…
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