संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

पोस्को और राज्य सत्ता को कड़ी टक्कर देते ग्रामीण

गुजरी 16 फरवरी, 2014 को उड़ीसा के जगतसिंगपुर के नुआगांव के स्थानीय लोगों ने पोस्को के विरोध में एक बड़ी कार्यवाही करते हुए पॉस्को के लिए बनाई गई 180 मीटर की गैर कानूनी दीवार को गिरा दिया हैं। पॉस्को ने इस दीवार का निर्माण करते समय ग्रामीणों के विरोध के बावजूद उस केस को भी नजरअंदाज किया था जो कि नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल में दर्ज था, ग्रीमीणों ने…
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आगरा – लखनऊ एक्सप्रेस वे खिलाफ जनसंगठनों की लामबंदी तेज

गुजरी 11 फरवरी, 2014 को बसपा, कांग्रेस और भाकियू ने उत्तर प्रदेश के चौपुला में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के विरोध…

आखिर किसानों के दर्द को कौन समझेगा ?

देश की राजधानी से मुश्किल से 50 कि.मी. की दूरी (जिला कलैक्ट्रेट परिसर, गौतमबुद्ध नगर) पर किसान अपनी ज़मीन बचाने के लिए लगातार 01 जनवरी 2014 से आमरण अनशन पर बैठे है। इन किसानों की उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम, अम्बुजा सीमेन्ट, बिरला सीमेन्ट, अंसल बिल्डर विभिन्न संगठनों, पत्रकारों व बुद्धिजीवियों ने आकर दिया समर्थन, मधुरेश,…
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महान कोल ब्लॉक को पर्यावरण मंजूरी : नियमों का उल्लंघन

नियमों का उल्लंघन करते हुए मोईली ने महान को पर्यावरण क्लियरेंस दिया एस्सार-हिंडाल्को के पक्ष में नीचे गिरते…

चुटका में तीसरी बार जन-सुनवाई की नौटंकी : परमाणु ऊर्जा कारपोरेशन पिछली फजीहत के…

चुटका परमाणु संयंत्र के विरोध में जबलपुर के समर्थक समूह द्वारा सिविक सेन्टर गार्डन में 15 फरवरी, 2014 को धरना दिया…

इंसाफ और हिफाज़त के लिए – अखिलेन्द्र के उपवास का पांचवां दिन

दिल्ली के जंतर मंतर पर पिछले पांच दिन से आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह का दस दिवसीय उपवास जारी है। उपवास पर बैठे अखिलेन्द्र को विभिन्न संगठनों, पत्रकारों व बुद्धिजीवियों ने आकर दिया समर्थन दिया है. पेश है इंसाफ और हिफाजत के लिए जारी धरने पर आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) का पर्चा; विभिन्न…
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अधूरी है सामाजिक न्याय की यात्रा- अखिलेन्द्र के उपवास का पांचवां दिन

विभिन्न संगठनों, पत्रकारों व बुद्धिजीवियों ने आकर दिया समर्थन, उर्मिलेश, डॉ. सुनीलम, चितरंजन पहुँचे उपवास पर…

अस्तरंग बंदरगाह : भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन की आवाज़ बुलंद

ओडिशा के समुन्द्ररी तट पर पुरी जिले का अस्तरंग ब्लॉक अलीविरडले कछुआ की सामूहिक अण्डा दान स्थली के लिए विश्व प्रसिद्द है. परन्तु जल्दी ही इस क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाली है क्योंकि सरकार ने इस हरे भरे क्षेत्र के लिए जो योजना बनायी है वह इस क्षेत्र को बर्बाद कर देगी. ओडिशा सरकार अपने तटीय क्षेत्र को बर्बाद करने की नीति पर अभी भी कायम है इसी…
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