उड़ीसा : विकास का स्याह चेहरा; नौकरी मांगने गए आदिवासियों पर वेदांता ने चलवाई लाठी गोली
अभी हाल ही में हमारे देश में पाकिस्तान के साथ जंग को समर्थन देकर अपनी देशभक्ति साबित करने की लहर सी चल रही थी। लेकिन यह लहर अपने ही देश में किसानों-मजदूरों- आदिवासियों के साथ हमारे कार्पोरेट समर्थक सरकार की जंग को लेके चुप्पी साध जाती है। इस जंग की सबसे ताजा वारदात घटी आज ओडिशा के कालाहांडी जिले के लांजीगढ़ में जहां वेदांता के प्लांट के लिए अपनी…
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उड़ीसा : कालाहांडी से दिल्ली तक उठी आवाज़ लिंगराज आज़ाद को रिहा करो
पैरों में चप्पल बगल में झोला और सांवला सा भोला चेहरा ये हैं लिंगराज भाई यानी की नियामगिरि सुरक्षा समिति के जुझारू…
उड़ीसा : वेदांता कम्पनी के खिलाफ सघर्षरत लिंगराज आजाद गिरफ्तार; 8 मार्च को उड़ीसा…
दिल्ली, 6 मार्च; उड़ीसा पुलिस द्वारा आज लिंगराज आजाद की कपटपूर्ण तरीके से की गई गैरकानूनी गिरफ्तारी की नेशनल एलायंस…
आदिवासियों की बेदखली का फरमान और जमीन की कारपोरेटी लूट
-सीमा आज़ाद
20 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में 13 फरवरी को दिया गया एक ऐसा फैसला जंगल में आग की तरह फैला, जिसने लोगों को स्तब्ध कर दिया। यह एक ऐसा फैसला था, जिसके सुनाये जाते समय पीड़ित पक्ष अदालत में मौजूद ही नहीं था। यह फैसला था- देश के 17 राज्यों के वन क्षेत्रों में बसे 10 लाख से ज्यादा आदिवासियों को 24 जुलाई 2019 के पहले उजाड़ने का। फैसले के अनुसार ये…
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अंग्रेजों से भी बेरहम साबित हुई भारत की न्यायपालिका
कुछ लोग इस भ्रम में रहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट या हमारी न्याय व्यवस्था भगवान शंकर के त्रिशूल पर बसी काशी नगरी जैसी…
झारखण्ड : लाखों आदिवासियों को जंगल से जबरन बेदखल करने के खिलाफ पुतला दहन; अल्बर्ट…
आईये, हज़ारों में . . .
आदिवासियों के जबरदस्त बेदखल के खिलाफ
केंद्रीय आदिवासी मोर्चा की ओर से आयोजित प्रदर्शन…
झारखण्ड : सात दिन से अनशन पर इंचागड के आदिवासी
-सुनील हेम्ब्रम
झारखण्ड 27 फरवरी 2019. तालाब निर्माण में हो रही गड़बड़ी और अनियमितता के खिलाफ इंचागड विधानसभा अंतर्गत कुकडु प्रखंड के जयराम महतो एवं उनके साथ अन्य 10 साथी पिछले 21/2/2019 से कृषि कार्यलय ऑफिस, जमशेदपुर (झारखण्ड) के समक्ष अनशन पर बैठे हैं.
उनके संघर्ष को हूल जोहार करने के 26 फरवरी को उनके समक्ष गए थे.
अनशन कर रहे जयराम महतो का…
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मजदूर अधिकार संघर्ष रैली : रामलीला मैदान से संसद मार्ग, 3 मार्च 2019
बहनो, साथियो!
जिस दिन का हम सब बड़ी बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे वह दिन आ गया है। आनेवाली 3 मार्च को दिल्ली के…
भारत के आदिवासियों को उनके जंगल से बेदखल करने वाले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ…
साथियों,
सुप्रीम कोर्ट ने 13 फरवरी को एक ऐसा आदेश जारी किया है जो संभवतः आजाद भारत के इतिहास में आदिवासियों के…
आदिवासियों के साथ ऐतिहासिक अन्याय को दुरुस्त करते करते अन्याय को स्थाई कर दिया सर्वोच्च न्यायालय ने
हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आदिवासियों को वन भूमि से हटाने के दिए गए निर्देश ने संविधान और संवैधानिक मूल्यों के प्रश्न को राष्ट्रीय पटल पर लाकर खड़ा कर दिया गया। आदिवासियों के साथ हुए ऐतिहासिक अन्याय को दुरुस्त करने के लिए 2006 में बनाए गए वनाधिकार अधिनियम को पूरी तरह से ताक पर रखते हुए आज लाखों लाख आदिवासियों को विस्थापन के कगार पर लाकर…
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