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उत्तर प्रदेश
ग्रामीणों की ऐतिहासिक जीत : कोका कोला मेहदीगंज का प्लांट बंद
आख़िरकार 12 वर्ष लम्बे संघर्ष का परिणाम रंग लाया और भूजल व् प्रदुषण के लिए जिम्मेदार कोका कोला प्लांट मेंहदीगंज राजा तालाब वाराणसी को गत 6 जून 2014 को प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड उ ० प्र ० के आदेश के द्वारा बंद कर दिया गया है, उक्त कंपनी को बंद करने की मांग को लेकर विगत एक दशक से मेंहदी गंज व आसपास के स्थानीय ग्रामीण आन्दोलनरत थे, जिनके प्रयास…
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गैस के सवाल पर आंदोलन की शुरूआत
गैस के गोरखधंधे के ख़िलाफ़ लखनऊ में एक नया आंदोलन आकार लेने की राह पर है। यह नागरिक परिषद की पहल से संभव हो रहा…
दलित आर्थिक अधिकार यात्रा : अनुसूचित जाति उपयोजना को लागू करों !
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के चार ब्लाकों में दलित अधिकार आंदोलन तथा नेशनल कैम्पेन ऑन दलित ह्यूमन…
आगरा – लखनऊ एक्सप्रेस वे खिलाफ जनसंगठनों की लामबंदी तेज
गुजरी 11 फरवरी, 2014 को बसपा, कांग्रेस और भाकियू ने उत्तर प्रदेश के चौपुला में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के विरोध में दिसम्बर 2013 से जारी किसानों के आंदोलन को समर्थन दोहराया है। इस मौके पर वक्ताओं ने भूमि अधिग्रहण का विरोध करते हुए कहा कि इस हाइवे की आवश्यकता नहीं है।
50 गांवों से गुजरेगा ग्रीन एक्सप्रेस-वे
आगरा-लखनऊ प्रवेश…
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आखिर किसानों के दर्द को कौन समझेगा ?
देश की राजधानी से मुश्किल से 50 कि.मी. की दूरी (जिला कलैक्ट्रेट परिसर, गौतमबुद्ध नगर) पर किसान अपनी ज़मीन बचाने…
जेपी, ज़मीन और जनाक्रोश: 2011 का पुलिस दमन नहीं भूलेंगे करछना के लोग
बंदूक की संस्कृति के खिलाफ!
लाठी की संस्कृति के साथ, जनतंत्र का निर्माण करों!!
उत्तर प्रदेश के करछना…
आगरा – लखनऊ एक्सप्रेस वे : भीषण सर्दी में किसान अनशन पर
उत्तर प्रदेश के कनौज जिले के फगुहा गांव के हिमनापुर मोड़ पर एक्सप्रेस वे के लिए जमीन न देने की जिद पर किसान अड़े हैं। पिछले 26 दिनों से लगातार अनशन जारी है। भीषण सर्दी व कोहरे के मौसम के चलते दर्जनों किसान बेमार हो चुके है. सरकार अभी भी अपनी जिद्द पर अड़ी है. कृषि-भूमि बचाओ मोर्चा, उत्तर प्रदेश के साथी डा. परमानन्द सिंह यादव की…
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साइकिल पर कमल सजाने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में मुस्लिम विरोधी हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर आदियोग की रिपोर्ट;
फ़िरक़ापरस्त ताक़तें हमेशा इस ताक में…
मनरेगा : काम के अधिकार के साथ बेहूदा मज़ाक़
भगत सिंह ने आज़ादी के लिए शहादत दी थी, 23 मार्च 1931 को इंक़लाब ज़िंदाबाद का नारा लगाते हुए हंसते-हंसते फ़ांसी का…
अति वंचित समुदायों की बड़ी दस्तक
गुज़री 7 मार्च को लखनऊ में प्रदेश के नौ जिलों से आये नट, कंजड़, मुसहर, सपेरा जैसे अति वंचित समुदायों के लोगों ने अपनी दुख-तकलीफों के अलावा सरकार-प्रशासन द्वारा उनके साथ किये जा रहे सौतेले बर्ताव की शिकायतों की भी गठरी खोली। दरित्रता और दुर्दशा की आग में उन्हें लगातार झोंके जाने के ख़िलाफ़ अपना ग़ुस्सा उतारा। कहा कि उन्हें बराबरी और गरिमा के साथ जीने…
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