संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राजस्थान

नागौर : खैरलांजी के बाद हाशिमपुरा बनने की कगार पर

छुरा भोंककर चिल्लाये .. हर हर शंकर छुरा भोंककर चिल्लाये .. अल्लाहो अकबर शोर खत्म होने पर जो कुछ बच रहा वह था छुरा और बहता लोहू… -गोरख विनय सुल्तान जयपुर , जोधपुर,बीकानेर और अजमेर सूबे के चार बड़े जिलों से सीमाएं साझा करता हुआ जिला है नागौर. अकबर के नौ रत्नों में से अबुल फजल का जिला. ख्वाजा गरीब नवाज के के प्रमुख शिष्य…
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मोदी राज में दबंगों के अच्छे दिन : नागौर के बाद बीकानेर मे दलित युवक पर हिंसा

अभी नागौर की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि राजस्थान में ही बीकानेर से एक दलित युवक को पीटने और जातिसूचक गालियाँ देने…

एक और खैरलांजी : राजस्थान का नागौर जिला दलितों की कब्रगाह बनता जा रहा है

राजस्थान की राजधानी जयपुर से तक़रीबन ढाई सौ किलोमीटर दूर स्थित अन्य पिछड़े वर्ग की एक दबंग जाट जाति की बहुलता वाला नागौर जिला इन दिनों दलित उत्पीडन की निरंतर घट रही शर्मनाक घटनाओं की वजह से कुख्यात हो रहा है .विगत एक साल के भीतर यहाँ पर दलितों के साथ जिस तरह का जुल्म हुआ है और आज भी जारी है ,उसे देखा जाये तो दिल दहल जाता है ,यकीन ही नहीं आता…
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जमीन छिनने के खौफ से बेचैन किसान

राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित तीन सीमेंट प्लांटों के विरोध में पिछले 1715 दिनों से…

राजस्थान में दलितों पर अत्याचार : नयी दिल्ली के जंतर मंतर पर विशाल प्रदर्शन

राजस्थान में दलितों पर अत्याचार : यूथ डिग्निटी फोरम का जंतर मंतर पर प्रदर्शन सोमवार, 25 मई 2015, समय दोपहर…

राजस्थान : 21 गांवों के आदिवासियों की आजीविका व अस्तित्व का संघर्ष !

डूंगरपुर (राजस्थान) के हजारों आदिवासियों ने अपने शारीरिक श्रम व पूंजी लगाकर हजारों हेक्टेयर बंजर जमीन को खेती लायक बनाया। वैध दस्तावेज होने के बावजूद सरकार अपने लालच व स्वार्थ के चलते आदिवासियों को उनका हक प्रदान करने में आनाकानी कर रही है। आदिवासियों के परिश्रम व भूमि से जुड़ाव को रेखांकित करता भारत डोगरा का सप्रेस से साभार महत्वपूर्ण…
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14 मई को नवलगढ़ के ग्रामीणों की जमीने जबरदस्ती कब्ज़ा कर कम्पनियों को सौपने की…

नवलगढ़ में सीमेंट फैक्ट्री की तैयारी झुंझुनूं। जिले के नवलगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित सीमेंट फैक्ट्रियों के…

पोखरण: राष्ट्रीय स्वाभिमान बनाम राइट हैण्ड ड्राईव

पोखरण परमाणु परीक्षणों का विरोध सिर्फ शान्ति के सरोकार से नहीं बल्कि इस देश के लोकतंत्र के लिहाज़ से भी ज़रूरी है.…

एक इंच भूमि भी नहीं देगे – महवा भराला भूमि अधिग्रहण विरोधी संघर्ष समिति

राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना क्षेत्र के ग्रामीण पिछले तीन वर्ष से रिको के प्रस्तावित ओधोगिक क्षेत्र का विरोध कर रहे है । ग्राम सभा व् किसान जमीन नही देना चाहते है । समय - समय पर सामूहिक व् लिखित आपतिया भी दर्ज करवायी है । 28 अप्रैल को प्रशासन- पुलिस ने किसानो के खेतो में घुसने का प्रयास किया जिसके विरोध में आज 29 अप्रैल…
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