संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

‘पत्थलगड़ी’ को लेकर झारखंड में आखिर राजनीती क्यों ?

पत्थलगड़ी उन पत्थर स्मारकों को कहा जाता है जिसकी शुरुआत इंसानी समाज ने हजारों साल पहले की थी। यह एक पाषाणकालीन परंपरा है जो आदिवासियों में आज भी प्रचलित है। माना जाता है कि मृतकों की याद संजोने, खगोल विज्ञान को समझने, कबीलों के अधिकार क्षेत्रों के सीमांकन को दर्शाने, बसाहटों की सूचना देने, सामूहिक मान्यताओं को सार्वजनिक करने आदि उद्देश्यों की…
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क्या है भूमि अधिग्रहण संशोधित विधेयक : विरोध में 5 जुलाई को झारखण्ड बंद

भूमि अधिग्रहण और पुनर्व्यवस्थापन में अचित प्रतिकार और पारदर्शिता का अधिकार (झारखंड संशोधन) विधेयक 2017 को…

रमन सरकार खामोश है : चना सत्याग्रह के तहत किसान कर रहे मुख्यमंत्री मुंह खोलो…

छत्तीसगढ़, राजनांदगांव 3 जुलाई 2018। छत्तीसगढ़ प्रदेश में सीएम रमन सिंह के निर्वाचन जिला राजनांदगांव मुख्यमंत्री मुंह…

उचित मुआवज़ा व पुनर्वास न मिलने पर नर्मदा बांध विस्थापितों ने किया भू अर्जन पुनर्वास कार्यालय का घेराव

मध्य प्रदेश, बड़वानी 2 जुलाई 2018। सरदार सरोवर परियोजना से बड़वानी ज़िले के 65 से अधिक गाँव डूब में है। आज भी इन गाँवों का संपूर्ण पुनर्वास कानूनी तरीके से नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के द्वारा नहीं किया गया है। नर्मदा बचाओ आंदोलन के बैनर तले आज भू अर्जन पुनर्वास कार्यालय बडवानी का घेराव किया। बडवानी जिले के अधिकारियो से चर्चा की गई है, चर्चा में इन…
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राष्ट्रीय सम्मेलन : भूमि-वन-पर्यावरण कानूनों में प्रतिकूल और जन विरोधी संशोधनों की…

साथियों, वर्षों के लम्बे संघर्ष के बाद 2013 में भूमि अधिग्रहण क़ानून, 1894 रद्द हुआ और उचित मुआवजे का अधिकार,…

किसानों की कब्रगाह बनता बुंदेलखंड : 15 दिनों में 5 किसानों ने की आत्महत्या

-शिव नारायण सिंह परिहार किसानों की कब्रगाह बन चुका बुंदेलखंड। झांसी के तहसील टहरौली थाना उल्दन गांव नोटा का रहने…

भिलाई गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि : 1992 का पुलिस दमन नहीं भूलेंगे मजदूर

छत्तीसगढ़ भिलाई 1 जुलाई 2018।  पावर हाउस स्टेशन में गोलीकांड में मारे गए छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के श्रमिकों को आज श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि देने श्रमिकों के परिजन के अलावा मुक्त मोर्चा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और विभिन्न मजदूर संगठनों के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे। सभी ने दोपहर को पावर हाउस रेलवे स्टेशन पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इनमें…
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जब सैंया भए कोतवाल… अडानी की किसानों को धमकी, अगर जमीन नहीं दी तो उसी जमीन…

जहां साल दर साल बढ़ती किसान आत्महत्याओं पर सरकार नजर भी डालने को तैयार नहीं थी वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी के…

हूल दिवस : आजादी की पहली लड़ाई थी हूल क्रांति, आज भी संताल हूल की चिंगारी मौजूद है…

संताल हुल को समझने के लिए जरुरी है की हम हुल के अर्थ को समझे । “हुल” संताली आदिवासी शब्द है जिसका अर्थ होता है…

पत्थलगड़ी : खूंटी में हुई पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ अल्बर्ट एक्का चौक पर आदिवासियों की दस्तक

रांची 28 जून 2018. संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन एवं आदिवासी मानवाधिकार संगठन के बैनर तले गुरुवार शाम को रांची में आक्रोश मार्च निकाला गया. संगठन के लोगों के मुताबिक, यह आक्रोश मार्च खूंटी में आदिवासियों पर हुए लाठीचार्ज, मानवाधिकार के उल्लंघन और पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ निकाला गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में आदिवासियों ने शहर के…
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