रमन सरकार खामोश है : चना सत्याग्रह के तहत किसान कर रहे मुख्यमंत्री मुंह खोलो अभियान
छत्तीसगढ़, राजनांदगांव 3 जुलाई 2018। छत्तीसगढ़ प्रदेश में सीएम रमन सिंह के निर्वाचन जिला राजनांदगांव मुख्यमंत्री मुंह तो खोलो कुछ तो बोलो के नारे गुंज रहा है। किसान मुख्यमंत्री को मुंह खोल कर बोलने की गुजारिश इस लिए कर रहे है क्योंकि किसानों को रबी की फसल चना का उचित दाम नहीं मिल पाने के कारण 22 मई से शुरू हुआ किसान चना सत्याग्रह पर बैठे हुए थे।…
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उचित मुआवज़ा व पुनर्वास न मिलने पर नर्मदा बांध विस्थापितों ने किया भू अर्जन…
मध्य प्रदेश, बड़वानी 2 जुलाई 2018। सरदार सरोवर परियोजना से बड़वानी ज़िले के 65 से अधिक गाँव डूब में है। आज भी इन…
राष्ट्रीय सम्मेलन : भूमि-वन-पर्यावरण कानूनों में प्रतिकूल और जन विरोधी संशोधनों की…
साथियों,
वर्षों के लम्बे संघर्ष के बाद 2013 में भूमि अधिग्रहण क़ानून, 1894 रद्द हुआ और उचित मुआवजे का अधिकार,…
किसानों की कब्रगाह बनता बुंदेलखंड : 15 दिनों में 5 किसानों ने की आत्महत्या
-शिव नारायण सिंह परिहार
किसानों की कब्रगाह बन चुका बुंदेलखंड। झांसी के तहसील टहरौली थाना उल्दन गांव नोटा का रहने वाला किसान लक्ष्मी प्रसाद पटेल (50) वर्ष/ अमर सिंह लगभग 4 एकड़ का किसान 12 दिन पहले अपने खेत मे मूंग फली बोई थी। जो जमी नहीं फसल न जमने से किसान भारी सदमे में था। 2 साल से फसल हुई नही किसान के नाम kcc का 93 हजार का कर्ज है। इनके पिता के…
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भिलाई गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि : 1992 का पुलिस दमन नहीं भूलेंगे मजदूर
छत्तीसगढ़ भिलाई 1 जुलाई 2018। पावर हाउस स्टेशन में गोलीकांड में मारे गए छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के श्रमिकों को आज…
जब सैंया भए कोतवाल… अडानी की किसानों को धमकी, अगर जमीन नहीं दी तो उसी जमीन…
जहां साल दर साल बढ़ती किसान आत्महत्याओं पर सरकार नजर भी डालने को तैयार नहीं थी वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी के…
हूल दिवस : आजादी की पहली लड़ाई थी हूल क्रांति, आज भी संताल हूल की चिंगारी मौजूद है आदिवासियों में
संताल हुल को समझने के लिए जरुरी है की हम हुल के अर्थ को समझे । “हुल” संताली आदिवासी शब्द है जिसका अर्थ होता है क्रांति/आंदोलन......... शोषण, अत्याचार और अन्याय के खिलाफ आवाज । सिदो-कान्हू ने लगातार पांच वर्षो तक शोषण, अत्याचार और अन्याय का शिकायत दारोगाओ से करते रहे लेकिन इसका कोई समाधान नहीं हुआ, पूरा तंत्र(SYSTEM) इस मुद्दे पर बहरा बना रहा । जब…
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पत्थलगड़ी : खूंटी में हुई पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ अल्बर्ट एक्का चौक पर…
रांची 28 जून 2018. संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन एवं आदिवासी मानवाधिकार संगठन के बैनर तले गुरुवार शाम को रांची में…
एक तीर से दो निशाने : पत्थरगड़ी की कहानी खत्म और आदिवासियों की सैकड़ों एकड़ जमीन…
झारखंड के मुंडा दिसुम में पांच महिलाओं के साथ हुए गैंगरेप, तीन पुलिसकर्मियों का अगवा और एक निर्दोंष आदिवासी की…
योगी की ‘रासुका’ माने औक़ात में रहने की नसीहत
दमन के ख़िलाफ़ प्रतिरोध के मोर्चे पर सक्रिय ‘रिहाई मंच’ के प्रतिनिधि मंडल ने अभी हाल में बहराइच और बाराबंकी का दौरा किया. दोनों जगहें सांप्रदायिक हिंसा और बाद में पुलिसिया कार्रवाई से गुज़र चुकी हैं. इस दौरे में मैं भी शामिल था. इस दौरान जो जाना-समझा और महसूस किया, यह रिपोर्ट उसी का निचोड़ है;
11 जून को रिहाई मंच के प्रतिनिधि मंडल ने महादेवा के…
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