गुजरात : किसानों पर छोड़े आंसू गैस के गोले
गुजरात के भावनगर में 1 अप्रेल 2018 को पुलिस और किसानों के बीच आपसी झड़प हुई। किसान भावनगर जिले के एक गांव में प्रस्तावित कोयला संयंत्र के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस झड़प में कई लोगों के घायल होने की सूचना है। किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिलाओं और बच्चों समेत प्रदर्शनकारियों के साथ हाथापाई की. घटना में अभी तक…
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उत्तराखण्ड : देवाल कस्बे ने एकजुटता के साथ उठाई आवाज पिंडर को अविरल बहने दो, हमें…
उत्तराखण्ड के पिंडर घाटी में पिछले दस सालों से पिंडर नदी पर बन रहे बांध के विरोध में चल रहे आंदोलन में 26 मार्च…
मारूती मजदूरों को आजीवन कारावास : ‘न्याय’ पर एक टिप्पणी
-पंकज त्यागी, वकील और मानवाधिकार संगठन कार्यकर्ता
न्याय का अर्थ आमतौर पर अन्याय से मुक्ति के रूप में लिया जाता है।…
मांगों के बदले दमन बन चुकी है भाजपा सरकार की नई जन नीतिः बेगा जनजाति के शांतिपूर्ण मार्च पर पुलिस का कहर
उधर नरेंद्र मोदी ने बनारस में बयान दिया कि अब आंदोलनों तथा प्रदर्शन से मांगे मनवाने का समय खत्म हो चुका है और इधर छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने उसपर अमल करना भी शुरु कर दिया। कान्हा तथा अचानकमार टाइगर रिजर्व को जोड़ने वाले टाइगर रिजर्व कॉरिडोर के खिलाफ छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लॉक की बेगा जनजाति द्वारा निकाले जा रहे एक तीन दिवसीय…
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छत्तीसगढ़ : नौकरी के वायदे के नौ साल बाद मिली तो पुलिस की लाठी -गोली
-तामेश्वर सिन्हा
छत्तीसगढ़। बस्तर(कांकेर )- रावघाट रेल परियोजना के तहत रेलवे प्रभावित किसान वादा के मुताबिक नौकरी…
हाइकोर्ट ने 2012 में करछना भूमि अधिग्रहण रद्द कर दिया परंतु सरकार अभी भी लगी है जमीन हड़पने के खेल में !
13 मार्च 2018 को किसान कल्याण संघर्ष समिति करछना एवं जन संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले इलाहबाद जिले के करछना में राज्य दमन और जबरन भूमि अधिग्रहण के विरोध में राज्यस्तरीय सम्मेलन आयोजित किया। ज्ञात रहे कि करछना के किसान पिछले 2010 से जेपी पॉवर प्लांट के भूमि अधिग्रहण के विरोध में संघर्ष कर रहे है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 13 अप्रैल 2012 को…
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मध्य प्रदेश के आदिवासियों ने दी चेतावनी : यदि आदिवासी हुआ बेघर तो नाम मिट जाएगा…
11 मार्च 2018। मध्य प्रदेश के धार जिले की मनावर तहसील के सोंढुल गाँव में अल्ट्राटेक सीमेंट की फैक्ट्री के…
नासिक से मुंबई तक गूंज रही कर्ज मुक्ति की किसान गर्जना
पूरे देश में उठ रही किसान विद्रोहों की लहर अब देश की औद्योगिक राजधानी तक पहुंचने वाली है। 6 मार्च 2018 को नासिक से शाम 6 बजे शुरु हुई 50000 किसानों की लंबी यात्रा। कृषि में आए संकट तथा किसानों की कर्ज मुक्ति को लेकर शुरु हुई यह यात्रा 200 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके 12 मार्च को मुबंई पहुंचेगी जहां यह किसान विधान सभा घेराव का प्रयास करेंगे। हजारों…
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