संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन

हरियाणा में परमाणु ऊर्जा के विरोध में पहुंचे पूर्व-सेनाध्यक्ष वी.के.सिंह

31 जुलाई को हरियाणाके फतेहाबाद में चल रहे परमाणु पावर प्लांट-विरोधी आंदोलन को समर्थन देने दिल्ली से पूर्व थलसेनाध्यक्ष श्री वी.के. सिंह. प्रोफ़ेसर अचिन वनायक, सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी श्री एम.जी.देवसहायम और परमाणु ऊर्जा के विशेषज्ञ कुमार सुन्दरम गोरखपुर पहुंचे. उन्होंने फतेहाबाद में एक प्रेसवार्ता तथा बार एसोशिएशन की बैठक को संबोधित किया…
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वनाधिकार: नहीं दे पा रहा है आदिवासियों और परम्परागत वन वासियों को संरक्षण

चन्दौली जिले के नौगढ़ विकास खण्ड पर 14 अगस्त 2012 को धरना- मजदूर किसान मोर्चा सरकार हो या पूंजीवादी ताकते,…

मानेसर के बाद बावल में बवाल: ज़मीन के मुद्दे पर पुलिस और किसानों में ठनी

गोरखपुर में भी सुलग रहे हैं हालात हरियाणा के ही फतेहाबाद जिले में प्रस्तावित गोरखपुर परमाणु पावर प्लांट के खिलाफ चल रहा किसानों का आंदोलन आगामी 18 अगस्त को दो साल पूरे कर लेगा. परन्तु प्रशासन किसानों की ज़मीन कब्जाने पर आमादा है. इस सन्दर्भ में 17 जुलाई को प्रोजेक्ट के पर्यावरणीय प्रभावों के आकलन हेतु जनसुनवाई का आयोजन किया गया था, जिसको किसानों के…
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रेवाड़ी में भूमि अधिग्रहण के विरोध में महापंचायत कल

भूमि अधिग्रहण विरोधी संघर्ष समिति ने रेवाड़ी में भूमि अधिग्रहण के विरोध में 22 जुलाई को राष्ट्रीय…

हरियाणा में किसानों ने परमाणु ऊर्जा को नकारा, फर्जी जनसुनवाई हुई बेनकाब

17 जुलाई को फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गाँव में आयोजित जनसुनवाई शुरू होने के चालीस मिनट के अंदर ही ग्रामीणों के…

भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसान का आत्महत्या का प्रयास

फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में प्रस्तावित परमाणु संयंत्र के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसान बदलू राम ने 13 जुलाई 2012 की शाम को कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की। किसान बदलू राम को गंभीर हालत में फतेहाबाद स्थित सिवाच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डा. राजेंद्र शर्मा का कहना है कि बदलू राम की हालत अब ठीक है। उल्लेखनीय है कि…
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करछना पॉवर प्लांट का भूमि अधिग्रहण रद्द: इलाहाबाद हाई कोर्ट

हाईकोर्ट ने 13 अप्रैल 2012 को करछना में प्रस्तावित जेपी ग्रुप के थर्मल पॉवर प्लांट के लिए भूमि का अधिग्रहण रद्द…

कांके-नगड़ी में भूमि अधिग्रहण के विरोध में स्थानीय आदिवासियों का संघर्ष

कांके-नगड़ी में सरकार जमीन अधिग्रहण कानून 1894 के तहत 1957-58 में राजेंन्द्र कृर्षि विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए 227 एकड़ जमीन अधिग्रहण का विरोध राईयतों द्वारा 1957-58 से लेकर आज तक जारी हैं। वर्तमान सरकार द्वारा जमीन अधिग्रहण का नोटिफिकेशन के साथ ही राईयतों ने विरोध करना शुरू किया। ग्रामीणों के विरोध के कारण ही सरकार जमीन का अधिग्रहण नहीं कर…
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