संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

जल सत्याग्रह का 22वां दिन : पानी में मनाया मजदूर दिवस

आज 2 मई को 22 वें दिन जल सत्याग्रह जारी है, पैरों में सुजन, तेज शरीर दर्द, जी मतलाना, पैरों में खुजली , बुखार और तेज धुप के बावजूद जल सत्याग्रहियों का अपनी हक की लड़ाई लड़ने का जज्बा कम नहीं हुआ । सब का एक सुर में कहना है अगर सरकार उनकी बात नहीं सुनती तो यही उनकी जल समाधि हो जाएगी । नर्मदा बचाओ आन्दोलन की विज्ञप्ति; 1 मई …
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एक इंच भूमि भी नहीं देगे – महवा भराला भूमि अधिग्रहण विरोधी संघर्ष समिति

राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना क्षेत्र के ग्रामीण पिछले तीन वर्ष से रिको के प्रस्तावित ओधोगिक क्षेत्र का…

जल सत्याग्रह का 19वां दिन : सरकार-प्रशासन मदमस्त !

जल सत्याग्रह के साथियों को समर्पित अनिल पुष्कर की कवितायें ! मैं उन आवाजों का गुलाम नहीं जिन्हें रेत पर लिखा गया और वर्षा-प्रपात ने मिटा दिया मैं उन आवाजों का मुरीद हूँ जो पानी पर चढकर बोल रही हैं पाँव के घाव-घाव चीख-पुकार मचा रहे घमासान युद्ध के अजेय-राग बजा रहे हथेलियों पर मेंहदी के दाग सब धुल गए आक्रोश औ’ बगावत का लहू बह रहा है वो…
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जल सत्याग्रह के साथियों को समर्पित अनिल पुष्कर की कवितायें !

मध्य प्रदेश की नर्मदा घाटी में ओम्कारेश्वर बाँध विस्थापितों के जल सत्याग्रह के 19 दिन पुरे हो गए. सत्याग्रह कर रहे…

कनहर बाँध : दलित-आदिवासियों की आवाज़ कुचलने के लिए पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्यवाही…

उत्तर प्रदेश के सोनेभद्र जिले में कनहर बाँध परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है जिससे उत्तर प्रदेश तथा…

महिला हिंसा एवं साम्प्रदायिकता के विरोध में प्रदर्शन

26 अप्रैल 2015 को प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र ने साम्प्रदायिकता व नारी उत्पीड़न के विरोध में जंतर-मंतर, दिल्ली पर धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया। प्रदर्शन में उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, फरीदाबाद के सदस्य-कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की। प्रमएके की अध्यक्ष शीला शर्मा ने कहा कि आज महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न की घटनाओं में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है।…
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जल सत्याग्रह का 17वां दिन : जल सत्याग्रहियों की जिंदगी दांव पर‎ !

मध्य प्रदेश की नर्मदा घाटी में ओम्कारेश्वर बाँध विस्थापितों के जल सत्याग्रह के 16 दिन पुरे हो गए .जमीन से उखड़े लोग कितने असहाय है और प्रशासन कितना मदमस्त. इसका यह एक उदहारण है.?आम जनता के जीने मरने के सवालों के प्रति सारी सरकारें बहरी हैं, अंधीं हैं,गूंगी हैं. पिछले 17 दिनों से अपने हक के लिए जल सत्याग्रह कर रहे लोगों के शरीर में गलन शुरू हो गई…
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