भारत के 130 ज़िलों में जारी है ज़मीन बचाने की जंग
हाल की एक बीबीसी रपट ने 'राइट्स एंड रिसोर्सेज इनीशिएटिव' और 'सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ वेस्टलैंड
डेवलपमेंट' के हवाले से यह चेतावनी दी है कि आने वाले 15 सालों में बड़ी परियोजनाओं के चलते भारत
में संघर्ष और अशांति की आशंका है. नियमगिरि, कूडनकुलम, पोस्को जैसी परियोजनाओं के खिलाफ चल रहे आंदोलन मुख्या धारा की मीडिया में अपनी दस्तक दे चुके हैं, लेकिन…
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कूडनकुलम आंदोलन निर्णायक दौर में
कूडनकुलम बेशक राष्ट्रीय मीडिया की सुर्ख़ियों से उतर गया हो, लेकिन ज़मीन पर भारी दमन के बावजूद विरोध जारी है.…
चलती बस में सामूहिक बलात्कार : शर्मसार हुई राजधानी
देश की राजधानी महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं। चलती बस में हुए बलात्कार ने इसकी एक बार और पुष्टि कर दी है। इस वहशी…
दिल्ली में सरेराह बलात्कार : निर्णायक संघर्ष ज़रूरी
दिल्ली में इस रविवार की रात हुए नृशंस बलात्कार की घटना ने लोगों को हिला कर रख दिया है. देश की राजधानी में हुए इस अपराध से कई ज़रूरी सवाल सामने आए हैं. क्या बलात्कार की हर घटना इसी तरह प्रशासन और सुरक्षा का सवाल भर बना कर टाली जाती रहेगी? क्या हम हर ऐसी घटना पर कुछेक दिन अपना आक्रोश जताकर बलात्कार जैसी बर्बरता के पीछे काम करने वाले सामाजिक तथ्यों से…
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राजस्थान : दलित अत्याचारों पर राज्य स्तरीय जनसुनवाई
दलित अत्याचारों पर राज्य स्तरीय जनसुनवाई दिनाक : 19 दिसम्बर 2012 बुधवार समय : प्रात: 10.30…
बिहार: बांका में तेज होता भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
बिहार में इस समय हालात ठिक नहीं है। लाठी के बल पर किसानों की जमीन हथिया ली जा रही है। दबंग प्राकृतिक…
मुसहरों को नसीहत नहीं, अधिकार चाहिए
बरही नवादा से लौट कर आदियोग मंच पर भीड़ज़्यादातर वक्ताओं ने मुसहरों को जी भर कर भाषण पिलाया। प्रवचन दिया कि उनकी दयनीय हालत के लिए अशिक्षा सबसे अधिक ज़िम्मेदार है। बेहतरी के लिए उन्हें शिक्षा से जुड़ना चाहिए। अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाहिए और उनकी पढ़ाई-लिखाई का पूरा ख़याल रखना चाहिए। उन्हें साफ़-सफ़ाई के साथ रहने का सलीक़ा सीखना चाहिए। अंधविश्वासों,…
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15 दिसम्बर को रांची चलें! झारखंड हमारा है………..! कंपनियों की…
झारखण्ड में संसाधनों की बेरोक टोक लूट, विस्थापन, नगडी में जमीन की लूट के खिलाफ और दयामनी बरला, जीतन मरांडी,…
फांसी के फंदे में झूलते मानवाधिकार
-प्रशांत कुमार दुबे एनडीटीवी के प्राइम टाइम में पीयूसीएल (एक मानवाधिकार संगठन) की राष्ट्रीय महासचिव कविता…
सिंगरौली: बीमारियां बांटते ताप बिजली घर
भारत का तापघर कहे जाने वाले सिंगरौली में कोयले का अकूत भंडार है और यहां कई ताप उर्जा घर हैं। नतीजतन इस इलाके को बेहद सम्पन्न होना चाहिए । लेकिन सच्चाई यह है कि यह गरीब और अत्यंत प्रदूषित क्षेत्र है। यहां के लोग असाधारण बीमारियों से जूझ रहे हैं। दिल्ली स्थित सेंटर फॅार साइंस एंड एनव्हायरमेंट ने यहां जांच कर पाया कि कोयले में पाया जाने वाला घातक…
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