संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

डॉ सुनीलम की रिहाई के लिए भोपाल में दस्तक: किसान-मजदूर-आदिवासियों ने किया प्रदर्शन

कंपनियों की जागारी नहीं, मध्यप्रदेश हमारा है! लाठी गोली की सरकार नहीं चलेगी, नहीं चलेगी!!इस उद्घोष के साथ मध्यप्रदेश के कोने-कोन से आए किसानो, मजदूरों आदिवासियों, दलितो, स़्त्री-पुरूषों ने मध्य प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि वह कंपनियों की दलाली करना और प्रदेश की जनता पर जुल्म ढाना बंद करें। जन संघर्ष मोर्चा, मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित इस…
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डॉ. सुनीलम और दयामनी बरला की रिहाई की मांग को लेकर जंतर मंतर पर साझा विरोध…

जन आंदोलनों पर दमन बंद करो! डॉ. सुनीलम और दयामनी बरला को रिहा करो!! जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन 11…

करछना से इलाहाबाद तक किसानों का पदल मार्च

जिलाधिकारी को ज्ञापन देते किसान भूमि अधिग्रहण के विरोध में करछना इलाहाबाद (उ0प्र0) में पुनर्वास किसान कल्याण सहायता समिति, बिहान, मजदूर किसान यूनियन के सयुक्त आह्वान पर आज 21 नवम्बर 2012 को कचहरी, करछना से इलाहबाद तक पदल मार्च निकला गया. जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया. किसानों ने केन्द्र एवं प्रदेश सरकार…
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यह साम्प्रदायिक नहीं, हिंदूवादियों की इकतरफा हिंसा थी

फैजाबाद में हुई हिंसा को लेकर पिछली 18 और 19 नवम्बर को छह सदस्यीय स्वतंत्र जांच दल ने पूरे मामले की छानबीन की।…

नर्मदा: पुनर्वास में भ्रष्टाचार

नर्मदा नदी पर निर्माणाधीन सरदार सरोवर और इंदिरा सागर बांध मे विस्थापितों के पुनर्वास के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार…

आखरी सांस तक लड़ती रहूंगी : जेल से दयामनी बारला का इंटरव्यू

झारखंड में किसानों की जमीन के अधिग्रहण के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला विगत एक महीने से जेल में है। उन पर भ्रष्टाचार और भूमि अधिग्रहण के विरूद्ध आंदोलन के दौरान सरकारी काम में दखलअंदाजी का आरोप है। दयामनी की रिहाई की मांग को लेकर पत्रकार, लेखक और कलाकार सड़क पर उतर आए हैं। राज्य भर में उनकी रिहाई को लेकर…
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कटनी: बर्बर दमन व छल के बीच जारी है प्रतिरोध

मध्य प्रदेश के कटनी जिले में भूमि अधिग्रहण के विरोध में धरना दे रहे किसानों पर बर्बर पुलिसिया दमन रूकने का नाम…

मुलताई गोलीकाण्ड :डा. सुनीलम और अन्यों को हुई उम्रकैद, फैसलों की समालोचना

डा. सुनीलम और अन्यों को जो सजा वर्ष 1998 के मुलताई पुलिस फाइरिंग केस में दी गई है, जिसमें 24 किसानों की पुलिस की गोली से जान चली गई थी. पुलिस ने डा. सुनीलम और अन्य के खिलाफ 66 मामले दर्ज किए, जिनमें से डा. सुनीलम पर 18 मामलों में मुकदमे चल रहे है और तीन मामलों में उन्हें दोषी करार देते हुए अदालत ने केस क्रमांक 277, 278 और 280 में 18…
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