सड़क चौड़ीकरण किसके हित में: कम्पनी या किसानों के ?
इस समय पूरे देश में राष्ट्रीय राजमार्गों के चौंड़ीकरण का कार्य जोरशोर से चल रहा है। 2 लेन को 4 लेन, 4 लेन के राष्ट्रीय राजमार्ग को 6 लेन का बनाया जा रहा है। साथ ही साथ राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे बसे शहरों और बाजारों के बाहर से बाईपास भी बनाया जा रहा है। बाजारों के बाहर से बनने वाले बाईपास के किनारे की जमीनों का अधिग्रहण करके उसे कारपोरेट…
और पढ़े...
गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना से जे.पी. कंपनी ने हाथ खींचे
उ. प्र. विधानसभा चुनाव 2012 की अधिघोषणा जारी होने के बाद चुनाव होने से पहले गंगा एक्सप्रेस-वे की विकासकर्ता कम्पनी…
किसान बचाओ सत्याग्रह आन्दोलन का आगाज
बांसवाड़ा जिले के केलीयापाड़ा गांव में प्रस्तावित ताप बिजली घर के निर्माण के विरोध में किसान बचाओ संघर्ष समिति…
माही बांध विस्थापितों का अभी तक नहीं हुआ पुनर्वास
माही परियोजना निर्माण (1960) के समय विस्थापित हुए 180 गांवों के लोग आज भी दर-दर की ठोकरें खा रहें हैं। पुनर्वास समिति के बैनर तले इन विस्थापितों का आंदोलन आज भी जारी है। मई 2012 में तहसील कार्यालय में माही विस्थापितों की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। जिसमें उन्हें बसाने और उनके खिलाफ होने वाली कार्रवाई को रोकने की मांग उठाई गयी थी।…
और पढ़े...
माही बांसवाड़ा परमाणु पॉवर प्लांट विरोधी आंदोलन
बांसवाड़ा से मुश्किल से 15 कि.मी. दूर आड़ीभीत में किसान अपनी ज़मीन बचाने के लिए लगातार मई 2012 से धरने पर बैठे हैं।…
किसानों का अंतिम फैसला, हम जमीन नहीं देंगे
नवलगढ़ क्षेत्र के किसानों ने प्रशासन को दो टूक कह दिया है कि जमीन का अधिग्रहण किसी सूरत में नहीं होने…
डाबला में संकल्प सभा, जारी रहेगा अवैध खनन विरोधी आंदोलन
राजस्थान के सीकर जिले की तहसील नीमकाथाना के ग्राम डाबला में अवैध खनन के खिलाफ चल रहे संघर्ष को एक साल पूरे होने पर 4 मई को श्री भोमिया जी ग्राम विकास समिति व पी.यू..सी.एल. राजस्थान की ओर से संकल्प सभा आयोजित की गई। उल्लेखनीय यह है कि गत वर्ष इसी दिन अवैध खनन के खिलाफ व अपने पहाड़ को बचाने के लिए शांतिपूर्वक धरने पर बैठी ग्रामीण जनता पर जिला…
और पढ़े...
जारी है : भूमि अधिग्रहण के खिलाफ सत्याग्रह
पिंडरगंगा घाटी, जिला चमोली, उत्तराखंड में प्रस्तावित देवसारी जलविद्युत परियोजना विरोधी आंदोलन जारी है।…
मजदूर दिवस पर श्रम आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन
एक मई ‘मजदूर दिवस’ के अवसर पर राजस्थान निर्माण एवं जनरल मजदूर यूनियन, राजस्थान महिला कामगार यूनियन व राजस्थान…
रेणुका बांध में समायेंगे लाखों पेड़
पर्यावरण के प्रति हमारे नेता कितने जागरूक हैं या पर्यावरण के कितने हिमायती हैं ये देखने में आता है रेणुका डेम के संदर्भ में। दिल्ली को 23 क्यूसेक्स पानी देने के लिए और हि. प्र. को 40 मेगावाट बिजली पैदा करने के दावे को पेश करते हुए और गिरी नदी को राष्ट्रीय संपदा में शामिल करते हुए इस परियोजना को कार्यरूप दिया जा रहा है लेकिन इस परियोजना से…
और पढ़े...