संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

परमाणु-विरोधी यात्रा : मदुरई-कूडनकुलम-चेन्नई, 10 से 14 नवम्बर, 2011

कूडनकुलम में चल रहे परमाणु-विरोधी आन्दोलन के समर्थन में देश-भर से आन्दोलनकर्मियों, परमाणु- विरोधी वैज्ञानिकों और सजग नागरिकों ने तमिलनाडु में ‘परमाणु-विरोधी यात्रा’ आयोजित की। इस यात्रा में भारत बचाओ आन्दोलन के नेता प्रो. बनवारी लाल शर्मा, वैज्ञानिक सुव्रत राजू और सौम्य दŸाा, जैतापुर आन्दोलन की प्रमुख नेता वैशाली पाटिल, बम्बई उच्च न्यायालय…
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जिंदल के लिए नए कायदे!

राजस्थान सरकार कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल के जिंदल समूह पर मेहरबानियों की बारिश कर रही है। सरकार ने कंपनी को टेसिं्टग के नाम पर राज्य में दबे लौह अयस्क (आयरन ओर) खजाने को खोदकर बाहर ले जाने की छूट दी है। दिलचस्प यह है कि कायदे कानून नहीं होने के बावजूद सरकार ने अपने ही निदेशालय की राय को दरकिनार कर जिंदल समूह के लिए नए नियम बना दिए। इससे समूह…
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भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों का विशाल धरना, 490 दिन से जारी है धरना

नवलगढ़ की भूमि अधिग्रहण विरोधी संघर्ष समिति की ओर से 7 दिसंबर 2011 को नवलगढ़ में तहसील मुख्यालय पर विशाल धरना…

नवलगढ़ के 16 गांवों में तीन सीमेंट इकाईयां लगाने संबंधी करार (एम.ओ.यू.) को रद्द…

5-6 नवंबर, 2011 को नवलगढ़ में शहीद भगतसिंह पुस्तकालय के सामने भूमि अधिग्रहण, विस्थापन व राजकीय दमन के खिलाफ…

कछुआ सेंचुरी विरोधी संघर्ष

पुलिस व किसानों में छापामार संघर्ष: लाठी चार्ज, हवाई फायरिंग के जवाब में पथरावपूर्वी उ.प्र. में गंगा एक्सप्रेस वे विरोधी आंदोलन, इलाहाबाद जिले के मेजा तथा करछना के किसानों के संघर्षों के साथ ही साथ वाराणसी जनपद में चंदौली क्षेत्र के डुमरी गांव एवं उसके आसपास ‘कछुआ-सेंचुरी’ बनाने के लिए गंगा तट की भूमि के अधिग्रहण के सरकारी प्रयासों के विरोध…
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करछना पावर प्लांट के विरोध में भूमि रक्षा हेतु संघर्ष: जोर आजमाइश जारी

पुलिस का फ्लैग मार्च: हवाई फायरिंग और मारपीट से भड़के किसान, अनशनकारियों को पीटा गया, पुलिस ने गांवों में घुसकर…

जहरीला पानी पीने से 15 दिन में 18 बच्चों की मौत जनसंघर्ष मोर्चा करेगा संघर्ष

मिर्जापुर, सोनभद्र, ओबरा, चुर्क आदि स्थानों पर विस्थापन पलायन की समस्या और गंभीर तो होती ही जा रही है, कनहर बांध…

‘गंगा एक्सप्रैस वे’ एवं ‘भूमि अधिग्रहण’ के खिलाफ 30 अक्टूबर से 16 नवम्बर तक ‘किसान जन जागरण यात्रा’ सम्पन्न पूरा गंगा का मैदान ‘‘जान देंगे, ज़मीन नहीं देंगे’’ के नारे के समर्थन में

उ. प्र. के किसानों ने अपनी जीविका, कृषि, भूमि की रक्षा के लिए जारी अपने संघर्ष को तेज करते हुए ‘गंगा एक्सप्रेस वे’ परियोजना के खिलाफ राज्यव्यापी यात्रा का आयोजन किया। यह यात्रा 30 अक्टूबर को बलिया के नरही गांव से शुरू हुई और गाजीपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, फर्रूखाबाद, शाहजहांपुर, काशीराम नगर,…
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