मोदी सरकार ने लॉकडाउन की आड़ में दिबांग घाटी में दो लाख सत्तर हजार पेड़ काटने की मंजूरी दी
-अविनाश चंचल
इस त्रासदी के समय जंगल, नदी और प्रकृति की बात कौन करे?
लेकिन हमारी सरकार इसी त्रासदी का फायदा उठाकर पर्यावरण खत्म करने और अपने कॉरपोरेट दोस्तों को खुश करने में लगी है।
क्या आपको पता है अरुणाचल प्रदेश के दिबांग घाटी में 2 लाख सत्तर हजार पेड़ काटे जाने की तैयारी हो रही है? अरुणाचल प्रदेश अपने ट्रोपिकल फॉरेस्ट कवर के लिये जाना…
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मोदी सरकार कॉरपोरेटस हित में पर्यावरण प्रभाव निर्धारण प्रकिया में बदलाव कर रही
सरकार तथा कम्पनियों की क्रूर चाल के विरोध में न्यायपूर्ण एवं लोकतांत्रिक संघर्ष को गोलबंद करने की जरुरत है। यह…
मध्य प्रदेश : बरगी बांध विस्थापित मत्स्य उत्पादन एवं विपणन सहकारी संघ ने लिखा…
मछुआरा को आर्थिक सहायता हेतु ज्ञापन
तेलंगाना : लॉकडाउन में राज्य सरकार के बालू खनन के फैसले के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन
तेलंगाना के महबूबनगर में राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान जब पूरा देश घरों में कैद था तब नहर से बालू खनन करने का फैसला किया है, किसानों को डर है कि इससे लगभग 300 बोरवेल सूख जाएंगे जिससे खेती प्रभावित होगी। एक्सप्रेस समाचार सेवा ने 6 मई 2020 को रिपोर्ट किया है कि बालू खनन के फैसले के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे है। पेश है एक्सप्रेस समाचार सेवा की…
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गुजरात : लॉकडाउन में आदिवासियों की ज़मीन लेने पहुंचा प्रशासन; आदिवासी अपनी जान…
गुजरात में केवड़िया के आदिवासियों पर एक बार फिर संकट खड़ा हो गया है। सरदार पटेल की विशाल प्रतिमा के लिए ज़मीन…
राजस्थान : लॉकडाउन की आड़ में जबरन ज़मीन अधिग्रहण की कोशिश
राजस्थान के बीकानेर स्थित लूणकरणसर के रानीसर गांव में माहौल गरम है। एक ओर पुलिस और ठेकेदार हैं तो दूसरी ओर किसान।…
लॉकडाउन में वन कर्मियों का कारनामा : उड़ीसा में 32 आदिवासी परिवारों को किया बेघर
भुवनेश्वर/नई दिल्ली। पुरे देश में लॉकडाउन जारी है परंतु इसी लॉकडाउन के बीच 24 अप्रैल 2020 को उड़ीसा के कालाहांडी जिले के खांडूअलमाली वन क्षेत्र के सागड़ा गाँव में वन अधिकारियों ने आदिवासियों पर हमला बोल दिया जिसमे 32 घरों को ढहा दिया, लोगों के साथ मार पिट की गई है । इस भयानक गर्मी के बीच में उनके सिर के ऊपर से छत उड़ा दी गई है और आदिवासी अपने बच्चों…
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छत्तीसगढ़ : कोयला खदानों में पर्यावरणीय मानकों का उल्लंघन करने पर एनजीटी ने लगाया…
रायपुर/नई दिल्ली। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने दो कोयला खनन कंपनियों – जिंदल पावर लिमिटेड (JPL) और साउथ ईस्टर्न…
उत्तराखण्ड : लॉकडाउन की मार झेल रहे मजदूरों की मांगे पूरी करवाने के लिए भूख हड़ताल…
उत्तराखण्ड 25 अप्रैल 2020। परिवर्तनकामी में छात्र संगठन के लालकुआं इकाई सचिव महेश पर पुलिस ने फर्जी मुकदमा दर्ज…
उड़ीसा : आदिवासियों के विरोधों के बावजूद अडानी का खनन कार्य जारी
उड़ीसा के मुंडा पाड़ा में दिसंबर 2019 में अडानी की कोयला खनन परियोजना के लिए तालाबीरा वन में 40,000 से अधिक पेड़ों को काट दिया गया। इसको लेकर ग्रामीण अपने वन अधिकारों के लिए अकेले लड़ाई लड़ रहे हैं। आदिवासी समुदायों द्वारा जारी विरोध आंदोलन के बावजूद इस क्षेत्र में खनन गतिविधियों में तेज़ी आई है। पढ़िए न्यूज क्लिक से साभार सुमेधा पाल की रिपोर्ट;…
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