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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
सरकार एवं जे0 पी0 कम्पनी के खिलाफ ‘आवाज उठाओगे तो भुगतोगे’
कानून का मखौल इस तरह उड़ाया जा रहा है कि लगता ही नहीं कि यहां कानून का राज कायम है। कहने को तो तमाम अधिकार लोगों को दिये गये हैं परंतु जब इनका उपयोग आप शासन-प्रशासन या कारपोरेट घरानों की मनमर्जी के खिलाफ करने के लिए आगे बढ़ते हैं तब समझ में आता है कि हम ‘लोकतंत्र’ में नहीं बल्कि ‘कारपोरेट तन्त्र’ में जीवित रहने को विवश किये जा रहे हैं और हमारी…
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हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस कालसे पाटिल का किसानों को समर्थन
जैतापुर (महाराष्ट्र) के परमाणु संयंत्र विरोधी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहे मुम्बई हाईकोर्ट के पूर्व…
परमाणु-ऊर्जा के खतरनाक दुःस्वप्न को हरियाणा के किसानों की चुनौती
हरियाणा के फतेहाबाद जिले में पिछले अठारह महीने से चल रहा परमाणु ऊर्जा-विरोधी आन्दोलन निर्णायक स्थिति में पहुँच गया…
नयी राजधानी के लिए विस्थापन स्वीकार्य नहीं : किसानों की महापंचायत, लाठी चार्ज एवं गिरफ्तारी
छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी से महज 20 किलोमीटर की दुरी पर एक नयी राजधानी बसाने की योजना, वहां के 27 गांवों के किसानों के सामने एक त्रासदी से किसी भी रूप से कम नहीं है। इस नयी राजधानी परियोजना के अन्तर्गत 27 गांवों की 23 हजार हैक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है परंतु किसान अपनी अत्यधिक उपजाऊ भूमि देने को तैयार नहीं है क्योंकि किसान खेती पर निर्भर…
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आदिवासियों की जमीन लौटाने का आदेश
हमने संघर्ष संवाद के पिछले अंकों में यह बताया था कि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में किस प्रकार फर्जी नामों से जमीन…
कृषि, भूमि नीति के सवाल पर विचार-विमर्श
22 एवं 23 अगस्त, 2011 को इन्दौर (म. प्र.) में भूमि की लूट के सवाल पर सामाजिक संगठनों, स्थानीय जन संघर्षों के साथ…
गंगा एक्सप्रेस-वे तथा भूमि अधिग्रहण का विरोध तेज़ : किसान करेंगे बलिया से नोएडा तक मार्च
20 अगस्त 2011 को इलाहाबाद में एक बैठक हुई जिसमें उ. प्र. में गंगा एक्सप्रेस-वे और अन्य परियोजनाओं के लिये हो रहे भूमि अधिग्रहण के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इसमें तय किया गया कि इन सभी तरह के भूमि अधिग्रहणों के खिलाफ प्रभावित जिलों से होते हुए किसानों का एक वाहन मार्च निकाला जायेगा, जो 30 अक्टूबर 2011 को बलिया के नरही गांव…
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परमाणु ऊर्जा संयंत्र विरोधी संघर्ष : एक साथी और शहीद
सितंबर 2011 माह की शुरूआत में हरियाणा के गोरखपुर में प्रस्तावित परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजना के खिलाफ लड़ रहे…
पोस्को, वेदांत, टाटा की तर्ज पर अल्टाट्रेक कम्पनी भी
समाज सेवा का ढोंग
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ क्षेत्र के खिरोड़ के पास भामू की ढाणी में स्थित स्व.…
राजस्थान में चल रहे जमीन अधिग्रहण विरोधी जन आन्दोलनों पर एक नजर
दो जिलों की 72 हजार बीघा जमीन पर टिकी सीमेंट फैक्ट्रियों की नजरः
झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ और सीकर जिले के बेरी क्षेत्र में सीमेंट कंपनियों के लिए 18 गांवों में बसी करीब 50 हजार लोगों की आबादी को उजाड़ने की तैयारी चल रही है। आदित्य बिड़ला ग्रुप की ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड अल्ट्राटेक लिमिटेड व समष्द्धि सीमेंट लिमिटेड, बांगड़ ग्रुप की श्री…
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