कारपोरेट-राज के खिलाफ साझी लड़ाई के सिवा रास्ता नहीं: ढिंकिया राष्ट्रीय सम्मलेन में जारी ‘संकल्प-पत्र’
ओडिशा केजगतसिंहपुर जिले के ढिंकिया गाँव में देशभर के ज़मीनी जनांदोलन अपनी चुनौतियों और आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए 29-30 नवम्बर 2014 को इकट्ठा हुए. 'जल, जंगल, ज़मीन और जीविका के हक़ के लिए लोकतंत्र की रक्षा में जनसंघर्षों का राष्ट्रीय सम्मलेन' के मंच पर 100 से ज़्यादा जन-संगठनों से आए चार सौ से अधिक संघर्षशील साथियों ने विगत वर्षों के…
और पढ़े...
पोस्को विरोधी आंदोलन के समर्थन में तथा गैर-कानूनी खदानों की सी बी आई जांच की मांग…
मौजूदा समय में पोस्को प्रतिरोध संग्राम समिति के नेतृत्व में विगत दस सालों से ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले में…
बिहार में निर्णायक संघर्ष का आगाज़: जहां गंगा सफाई न्याय और लोकतंत्र का मुद्दा है
गोमुख से लेकर गंगासागर तक 2525 किलोमीटर के नदीपथ के दोनों ओर स्थित जनपदों की जलदात्री एवं पवित्र जलवाली गंगा का…
न्याय, शांति और सम्मान के लिए आदिवासी अधिकार पद यात्रा 20 नवम्बर 2014 से
आदिवासियों से जुड़े मसले की जांच के लिए स्वतंत्र समिति बने
लगभग 3 लाख फर्जी प्रकरण आदिवासियों के खिलाफ दर्ज
भोपाल। पिछले कुछ सालों में आदिवासी समुदाय के लिए कई नियम-कानून बनाए गए, जिसके माध्यम से उन्हें अधिकार एवं सम्मान देने का वायदा किया गया। वन अधिकार कानून की प्रस्तावना में यह लिखा गया है कि यह कानून आदिवासियों को ऐतिहासिक अन्याय से…
और पढ़े...
कोईलवर : जहरीले कचरे के कारखाने के खिलाफ ग्रामीण जनता एकजुट
गुजारी 16 अक्टूबर 2014 को बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अम्बिका शरण उच्च विद्यालय, जमालपुर में राम्के…
जल, जंगल, जमीन और जीविका के हक़ के लिए : लोकतंत्र की रक्षा में जनसंघर्षों का…
प्राकृतिक संसाधनों, पर्यावरण और साम्प्रदायिक सद्भाव को बचाने के लिए देश भर के लगभग एक सौ पच्चीस जनांदोलन और…
समुद्र, तटों, अंतरदेशीय जल निकायों तथा मछली के स्रोतों की सुरक्षा के नारे के साथ नाव रैली
दोस्तों,
मतस्य उद्योग के बढ़ते सकंट के साथ-साथ समुद्र तथा उसके तटों से पारंपरिक मछुवारों को हटाया जा रहा है। समुद्रीय तटों पर पर्यटन उद्योग की ताकतों, रियल एस्टेट तथा अन्य निर्माण क्षेत्रों का कब्जा बढ़ रहा है और यहां से पारंपरिक मछुआरों के समुदाय को विस्थापित किया जा रहा है। इन संवेदनशील क्षेत्रों को खतरनाक प्रदूषणकारी जहाज तोड़ने के…
और पढ़े...
‘परमाणु-मुक्त भारत’ के लिए राष्ट्रीय अभियान : कन्याकुमारी से कश्मीर…
हमारी प्रकृति और भविष्य को बचाने का संघर्ष
हम शुरुआत में ही यह स्पष्ट कर दें कि हम अपने सभी देशवासियों,…
विस्थापन के विरुद्ध लड़ रहे जन संगठनों का दो दिवसीय सम्मेलन संपन्न
सम्मेलन की रिपोर्ट
कोल्हान प्रमंडल स्तरीय विस्थापन के खिलाफ में
आंदोलनकारी साथियों का सम्मेलन दिनांक…
मध्य प्रदेश शासन का आदेश : पांच वर्ष से भौतिक कब्ज़ा न किए जाने की दशा में भू-अर्जन निरस्त
ओम्कारेश्वर व् अपर बेदा बांध के हजारों प्रभावित लाभान्वित होंगे
मध्य प्रदेश सरकार ने नए भू-अर्जन कानून के सम्बन्ध में एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है जिसमें स्पष्ट किया गया है कि जहाँ भू-अर्जन की प्रक्रिया को 5 वर्ष से अधिक समय बीत चुका हैं और भौतिक कब्ज़ा अभी तक नहीं लिया गया है वहाँ भू-अर्जन की कार्रवाई व्यपगत/निरस्त मानी जाएगी और यदि सरकार चाहे…
और पढ़े...