महिला नसबंदी : औरतों के शरीर पर हमला
भारत में परिवार नियोजन की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं पर थोप दी गई है। नसबंदी कराने वालों में से 98 प्रतिशत महिलाएं ही हैं। वहीं दूसरी ओर जिन परिस्थितियों या शिविरों में यह आपरेशन किए जाते हैंं वह महिलाओं के प्रति हमारे असम्मानजनक रवैय्ये को ही सामने लाता है। इस विषम परिस्थिति की असलियत को सामने लाता कल्पना मेहता का महत्वपूर्ण आलेख जिसे हम सप्रेस से…
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प्राकृतिक संसाधनों की कारपोरेट लूट के खिलाफ़ : वन-जन अधिकार रैली
गुजरी 15 दिसम्बर को 'वनाधिकार कानून 2006' को पारित हुए 8 वर्ष हो गए लेकिन इस कानून को अभी तक देश में…
17वां शहीद किसान स्मृति सम्मेलन मुलताई : 12 जनवरी 2015
आर्थिक सहयोग के लिए अपील
प्रिय साथी,
जिंदाबाद!
किसान संघर्ष समिति द्वारा हर वर्ष की तरह 12 जनवरी 2015 को…
मुलताई एस.डी.एम. की तानाशाहीपूर्ण कार्यवाही : किसानों की अवैध गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की मुलताई में किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने सेमझिरा के ललित मानकर, रमेश मानकर, भगवान सिंह, पिंकी सिसोदिया, श्रीमती ललिता सिसोदिया, श्रीमती उर्मिला सिसोदिया, श्रीमती उमा बाई सिसोदिया, श्रीमती बबिता मानकर की गिरफ्तारी को अवैध एवं अलोकतांत्रिक बताते हुए इसे सर्वोच्च न्यायालय के…
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मानेसर स्थित अस्ति इलेक्ट्रोनिक्स कंपनी के मज़दूरों का संघर्ष तेज
हरियाणा के मानेसर में आज (9 दिसम्बर 2014) सुबह अस्ति इलेक्ट्रोनिक्स कंपनी के कारखाने के स्थायी मज़दूरों ने हड़ताल…
सबसे ज्यादा काम, सबसे कम दाम और सबसे कम सुरक्षा ये है महिला कामगारों की स्थिति :…
‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'श्रमेव जयते' नारे का पर्याय है- श्रम का सम्मान नहीं, श्रम की पहचान नहीं। दरअसल…
अखिल भारत शिक्षा संघर्ष यात्रा-2014 : रैली व भोपाल महा-पड़ाव से एकजुट संघर्ष की शुरूआत
शिक्षा के निजीकरण, बाज़ारीकरण व सांप्रदायीकरण के खिलाफ़ और ‘केजी से पीजी तक’ पूरी तरह मुफ़्त व सरकार द्वारा वित्त-पोषित ‘समान शिक्षा व्यवस्था’ की स्थापना के लिए, ‘अखिल भारत शिक्षा अधिकार मंच’, इसके 45 सदस्य व सहयोगी संगठनों व 200 से भी ज्यादा बिरादराना संगठनों द्वारा आयोजित ‘अखिल भारत शिक्षा संघर्ष यात्रा-2014’ का भोपाल महापड़ाव 4 दिसंबर 2014 के…
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भाटी माईनस विस्थापित मांगेंगे आपना हक़ : 15 दिसम्बर 2014 को जंतर मंतर पर प्रदर्शन
जो ज़मीन सरकारी है वो ज़मीन हमारी है, जल-जंगल और ज़मीन ये हों जनता के अधीन
पिछले 50 साल से जारी शोषण…
भोपाल गैस त्रासदी : और हमें देखते रहे !
आज 3 दिसम्बर को भोपाल गैस त्रासदी को 30 साल हो रहे हैं. 3 दिसम्बर 1984 भारतीय इतिहास का बहुत ही दुखद दिन है – जब…
महान संघर्ष समिति ने दिल्ली में कहा अबकी बार हमारा अधिकार
दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित महारैली में समिति ने लिया हिस्सा
नई दिल्ली। 2 दिसंबर, 2014। देश भर के 200 से अधिक संगठनों द्वारा सामाजिक सुरक्षा और अधिकारों, प्राकृतिक संसाधनों पर लोगों के हक़, मजदूर अधिकार और वैकल्पिक विकास के लिए दिल्ली में आयोजित संयुक्त महारैली में महान संघर्ष समिति ने भी हिस्सा लेकर “अबकी बार हमारा…
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