नवीकरणीय एवं टिकाऊ ऊर्जा
इण्डिया इस्लामिक सेण्टर, नयी दिल्ली में 25-26 फरवरी 2012 को ‘नवीकरणीय एवं टिकाऊ ऊर्जा’ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संवाद का आयोजन सी.एन.डी.पी. एवं एन.ए.पी.एम. द्वारा किया गया। इसमें जैतापुर (महाराष्ट्र), चुटका (मध्य प्रदेस) एवं गोरखपुर (हरियाणा) के परमाणु ऊर्जा संयंत्र के विरोध में चलने वाले जनसंघर्षों के साथियों ने भी शिरकत की।…
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विस्थापन और गैर बराबरी के खिलाफ जन-संसद एवं विरोध सभा का आयोजन
विस्थापन और गैर बराबरी के खिलाफ 23 मार्च 2012 को संसद मार्ग पर एक जन-संसद एवं विरोध सभा का आयोजन एन.ए.पी.एम. की…
भूमि अधिग्रहण, उदारीकरण-निजीकरण, मंहगाई-बेरोजगारी के खिलाफ कृषि एवं कृषि भूमि की…
साम्यवादी विचारधारा के जनक कार्ल मार्क्स के जीवन से जुड़ी तारीख 14 मार्च को संसद मार्ग पर भारी पुलिसबल की तैनाती…
शहीद भगत सिंह को मजदूरों का सलाम : शहीदों के सपनों को साकार करने का लिया संकल्प
राजस्थान निर्माण एवं जनरल मजदूर यूनियन की अगुवाई में जयपुर में शहीद भगत सिंह, राजगुरू एवं सुखदेव के शहादत दिवस के अवसर पर असंगठित मजदूरों के बीच तीन कार्यक्रम आयोजित किये गये। पेश है जयपुर से हरकेश बुगालिया की रिपोर्ट-
पहला कार्यक्रम: 23 मार्च 2012 की सुबह वैशाली नगर के मजूदर चौखटी पर असंगठित मजूदरों के बीच बैठक का आयोजन किया गया।…
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किसानों का मध्य प्रदेश विधानसभा पर विशाल प्रदर्शन
किसान संघर्ष समिति ने छिंदवाड़ा जिले में अडानी पेंच पॉवर प्रोजेक्ट, एस. के. एस. प्रोजेक्ट, मैक्सिको…
आदिवासी सम्मेलन का हिंसात्मक दमन : 9 आदिवासी हिरासत में तथा एक घायल
राज्य एक तरफ भाषा-संस्कृति की रक्षा तथा उन्नयन पर करोड़ों रुपये का प्रावधान करके काम करने की बात कहता रहता है।…
पुलिस के संरक्षण में अंगुल में जिंदल स्टील के सुरक्षा गार्ड तथा गुंडों द्वारा विस्थापितों पर नृशंस हमला
सरकारी दमन और कारपोरेट हिंसा का सामना करते हुए ओडिसा के तमाम जन संघर्ष अपने वन, जल, भूमि, खनिजों और अन्ततः अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्षरत हैं। पोस्को एवं वेदांता कंपनी के साथ ही साथ जिंदल कंपनी के खिलाफ भी संघर्ष तीखा होता जा रहा है।
जहां पोस्को प्रतिरोध संग्राम समिति के नेताओं अभय साहु, नारायण रेड्डी को जेलों में ठूंस दिया गया है,…
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खेत में काम कर रहे आंदोलनकारी किसान को पुलिस ने गोली मारी
ओडिसा के जगतसिंहपुर जिले के धिंकिया गांव में 2 मार्च को ओडिसा पुलिस खेत में काम कर रहे एक किसान के पैर में गोली…
वेदान्त कंपनी और उड़ीसा सरकार के लिए संविधान का कोई मतलब नहीं।
आंदोलनकारियों ने गणतंत्र दिवस पर मनाया ‘काला दिवस’, थाने को मानव श्रृंखला बनाकर घेरा।
भूमि की लूट के विरोधी…
12 गांवों की पंचायतों के किसानों ने जल, जंगल, जमीन तथा आजीविका बचाने के लिए कसी कमर
हिमाचल प्रदेश में एक तरफ जहां बड़े बांध, माइक्रो हाइड्रो पॉवर प्लांट के खिलाफ स्थानीय लोग संघर्षरत हैं तथा भाखड़ा बांध से प्रभावित विस्थापित आज तक पुनर्वास की लड़ाई लड़ रहे हैं वहीं इस बीच हिमाचल प्रदेश में धौलाधार सेंचुरी का मुद्दा गरमा रहा है।
1999 में बैजनाथ की 12 पंचायतों के क्षेत्र को धौलाधार सेंचुरी क्षेत्र में शामिल किया गया था। 2006…
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