संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

दमन, उत्पीड़न के बावजूद जारी है जन प्रतिरोध: पूरे देश में उठी आवाज़

कुडनकुलम आंदोलन के बारे में प्रधानमंत्री के विदेशी धन की संलिप्तता के आरोप दो जर्मन नागरिकों को उनके देश वापस भेजने और 19 मार्च को तमिलनाडु सरकार द्वारा खुलेआम कुडनकुलम परमाणु संयंत्र को हरी झण्डी दिखाने के बाद आंदोलनकारियों के धरना स्थल को 10 हजार से भी ज्यादा पुलिस के लोगों ने घेर रखा है, आस पास स्थित सुनामी प्रभावित गांवों में भी 20 मार्च को…
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कुडनकुलम से भारत के नागरिकों के नाम खुला पत्र

प्रिय साथियों हम कूडनकुलम से आया यह भारतीय नागरिकों के नाम खुला पत्र हिन्दी में अनूदित कर आप तक पहुँचा रहे हैं।…

न्यायालय भी कह रहे हैं भूमि की लूट हो रही है, कानून को अंगूठा दिखाया जा रहा है

जल, जंगल, जमीन, खनिजों की लूट के खिलाफ तथा अपने जीवन-जीविका-अस्तित्व की रक्षा के लिए चलने वाले तमाम जन संघर्ष तो…

नयी राजधानी के लिए विस्थापन स्वीकार्य नहीं : किसानों की महापंचायत, लाठी चार्ज एवं गिरफ्तारी

छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी से महज 20 किलोमीटर की दुरी पर एक नयी राजधानी बसाने की योजना, वहां के 27 गांवों के किसानों के सामने एक त्रासदी से किसी भी रूप से कम नहीं है। इस नयी राजधानी परियोजना के अन्तर्गत 27 गांवों की 23 हजार हैक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है परंतु किसान अपनी अत्यधिक उपजाऊ भूमि देने को तैयार नहीं है क्योंकि किसान खेती पर निर्भर…
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किसान पंचायत का ऐलान: उद्योग नहीं कृषि चाहिए

नागपुर से करीब डेढ़ सौ किलामीटर दूर छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी अंचल में बुधवार को पांच राज्यों के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा हजारों की संख्या में किसान जुटे। मोहगांव में बुधवार 21 सितंबर को हुई किसान महापंचायत में सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया कि अब आसपास के किसान अब किसी भी परियोजना के लिए एक इंच जमीन नहीं देंगे। इस इलाके में पेंच…
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आदिवासियों को हथियार थमाना असंवैधानिक : सुप्रीम कोर्ट

देश की शीर्ष अदालत ने माओवादियो के खिलाफ लड़ाई में सलवा जुडूम जैसे समूहों को तैनात करने की आलोचना की है। सुप्रीम…

गंगा एक्सप्रेस-वे तथा भूमि अधिग्रहण का विरोध तेज़ : किसान करेंगे बलिया से नोएडा तक मार्च

20 अगस्त 2011 को इलाहाबाद में एक बैठक हुई जिसमें उ. प्र. में गंगा एक्सप्रेस-वे और अन्य परियोजनाओं के लिये हो रहे भूमि अधिग्रहण के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इसमें तय किया गया कि इन सभी तरह के भूमि अधिग्रहणों के खिलाफ प्रभावित जिलों से होते हुए किसानों का एक वाहन मार्च निकाला जायेगा, जो 30 अक्टूबर 2011 को बलिया के नरही गांव…
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