संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

राष्ट्रीय सम्मेलन : परमाणु हथियार मुक्त दुनिया की ओर

परमाणु निःशस्त्रीकरण एवं शांति गठबंधन (सी.एन.डी.पी.) की तरफ से अपनी स्थापना की 10वीं वर्षगांठ के मौके पर 10 से 12 दिसंबर 2010 को दिल्ली के कान्स्टीट्यूशन क्लब के लॉन में ‘परमाणु हथियार मुक्त दुनिया’ के विषय पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों, परमाणु के खतरों तथा शांति के लिए संघर्षरत भारत के विभिन्न…
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बलात कब्जायी जमीनें, अपनाया साम-दाम-दण्ड-भेद का आजमाया तरीका! सरकार एवं कम्पनियों…

छत्तीसगढ़ राज्य में 69000 एकड़ जमीन (जो कृषि भूमि है) को गैर कृषि कार्यों हेतु स्थानांतरित कर दिया गया। सड़क के…

कार्यवाहियाँ पूर्व निर्धारित फिर भी जारी है जन सुनवाइयों की नौटंकी

पर्यावरण विभाग की जांच संदेह के घेरे में। कोल वाशरी की बोलती तस्वीरें। मामला ‘‘जिंदल कोल वाशरी’’ जन सुनवाई का…

सम्पादकीय, दिसंबर 2010

भारत में पहला निजी बंदरगाह बनाने के लिए जिस प्रकार पोस्को कम्पनी को पारादीप में इजाजत दी गयी है उसी तरह से भारत में पहला विदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्र लगाने का अनुबंध फ्रांस की ओरवा कम्पनी के साथ उस वक्त किया गया जब फ्रांस के राष्ट्रपति सरकोजी परमाणु संयन्त्रों के व्यापार के संदर्भ में अभी हाल में भारत आये थे। जैतपुर (कोंकण-महाराष्ट्र) में…
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पूर्वी उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस-वे के ख़िलाफ़ बढ़ता जनाक्रोश

केवल उत्तर प्रदेश में ही गंगा एक्सप्रेस-वे के पहले चरण के कारण घट जाएगा हजारों एकड़ कृषि योग्य उपजाऊ भूमि का रकबा…

नेशनल हिल्स पार्क : 37 गांवों के वाशिंदों को हटाकर जानवरों को बसाने का फरमान

राजस्थान के चित्तौड़गढ जिले के ब्लॉक भैसरोडगढ में राजस्थान सरकार ने तीन ग्राम पंचायतों के 37 गांवों के वाशिंदों को हटाकर जानवरों को बसाने के उद्देश्य से नेशनल हिल्स पार्क बनाने का फैसला किया है। इन गरीब आदिवासियों (भील) को विस्थापित करने का यह दूसरा षड्यंत्र हैं। पहले भारत सरकार द्वारा 1965 में राणाप्रताप सागर बांध बनाया गया जिसके चलते जो…
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जन सुनवाई का नाटक : जन विरोध को दबाने के लिए आँसू गैस, लाठी, गोली का इस्तेमाल

रायगढ़ के दर्रामुंडा के लोग नहीं चाहते थे कि कोई कंपनी उनके इलाक़े में डेरा डाले और उन्हें कहीं का न छोड़े…

मित्तल को अब चाहिए बोकारो में जमीन विरोध में आदिवासी मूलवासी अस्तित्व रक्षा मंच ने…

झारखण्ड सरकार ने अगस्त 2005 में मित्तल कंपनी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये थे। इस एमओयू के आधार पर कंपनी 12,000…

पर्यावरण, नदी, पहाड़ बचाने का संकल्प : विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को रैली एवं जनसभा का आयोजन

जब पहाड़ टूटता है-तब सिर्फ मिट्टी, पत्थर-कंकड़, बालू, पेड़-पौधे ही नहीं गिरते हैं वरन नष्ट होता है वहां का समाज, उस समाज की भाषा-संस्कृति, पहचान, उस इलाके का इतिहास, पर्यावरण, नदी-झरने। पहाड़ों के विलीन होते ही, उस इलाके की सामाजिक एकता-सामूहिकता के साथ प्रकृतिकमूलक सभ्यता और संस्कृति भी विलीन हो जाती है। और यहीं से शुरू होता है-प्राकृतिक आपदाओं का…
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