संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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झारखण्ड

डिमना बांध : टाटा के विरोध में विस्थापितों का जल सत्याग्रह शुरू

डिमना डेम के पहले यहाँ 12 गाँव हुआ करते थे। जो आज भी हैं बसे हैं पर दुसरी जगह पर । आज जिस तरह से लोग विस्थापन के विरोध में उठ खड़े हो रहे हैं और नारे लगा रहे हैं की "जान देंगे जमीन, जमीन नहीं देंगे।" पहले इस तरह का कुछ नहीं होता था एक शाही फरमान निकलता था और लोगों को भारी मन से आपने माँ-माटी को छोड़ना पड़ता था। नजराना स्वरूप जो मिला कबूल…
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झारखण्ड : जल, जगल, जमीन, खनिज की लूट के विरोध में जनअभियान तेज

विस्थापन विरोधी नवनिर्माण मोर्चा के आहवान पर 10 मार्च 2013 से आरम्भ होनेवाला जन अभियान विभिन्न् जिलो मे प्रचार -…

जल, जगल, जमीन, खनिज की लूट के विरोध में झारखण्ड में जनअभियान तेज

पूरी दुनिया में प्राकृतिक संसाधनों की लूट मची हुई है। नदी - झरना, खेत-खान, जंगल-पहाड़, सागर-आकाश, हवा-रोशनी सभी…

आप आंदोलन में हैं, तो व्यक्तिगत मुकदमों के लिए तैयार रहें : दयामनी बारला

जेल से छूटने के बाद दयामनी बारला से आज दिल्ली में मुलाकात हुई. कारपोरेट-सरकारी गठजोड आज जिस शातिर तरीके से उन सबकी आवाज़ चुप कराने में लगा है जो अपने आस-पास लोकतंत्र और लोगों के हक को लेकर बोलते हैं, इसकी ताज़ा मिसाल हैं दयामनी बारला. डॉ. सुनीलम की रिहाई के लिए 12 जनवरी को मुलताई में हुई जन-सुनवाई से होकर आईं दयामनी जी ने देश भर में इस तरह…
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15 दिसम्बर को रांची चलें! झारखंड हमारा है………..! कंपनियों की…

झारखण्ड में संसाधनों की बेरोक टोक लूट, विस्थापन, नगडी में जमीन की लूट के खिलाफ और दयामनी बरला, जीतन मरांडी,…

नगड़ी के ग्रामीणों की अपील: झारखंड विधानसभा के सदस्यों के नाम

नगड़ी के खेतों में खून-पसीना बहा कर हमने धान रोपा और काटा. उसी धान का यह गुच्छा हम आपकों भेंट कर रहे हैं. हमारा…

बंदूक के साये में धान काटने को मजबूर नगड़ीवासी

झारखण्ड की राजधानी रांची से सटे कांके थाना क्षेत्र में स्थित नगड़ी गांव विगत कई महिनों से रणभूमि बन चुकी है क्योंकि राज्य सरकार वहां के आदिवासियों की कृषि भूमि पर आई.आई.एम., ट्रिप्ल आई.टी. एवं लॉ यूनिवर्सिटी बनाने पर तुली हुई है, जिसका वे भारी विरोध कर रहे हैं। आदिवासियों ने अपनी जमीन बचाने के लिए अबतक क्या-क्या नहीं किया? 150 दिनों तक सत्याग्रह…
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आखरी सांस तक लड़ती रहूंगी : जेल से दयामनी बारला का इंटरव्यू

झारखंड में किसानों की जमीन के अधिग्रहण के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला…

झारखण्ड के 12 साल: क्या खोया, क्या पाया

आज 15 नवंबर 2012 को अलग झारखण्ड राज्य के गठन को 12 साल पूरे हो जायेंगे। इस मौक़े पर आज रांची के मोरबादी मैदान में सरकारी उत्सव मनाया जायेगा। इसमें अब तक हुए तथाकथित विकास का ढोल पिटेगा जो ज़ाहिर है कि झूठ और मक्कारी से मढ़ा हुआ होगा। इसकी थाप यह एलान करने की गरज़ से होगी कि होशियार-ख़बरदार, अभी और अंधेरा छायेगा, कि हक़ और इंसाफ़ की आवाज़ को…
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